भारत के पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेई की सौंवी जयंती पर साल भर मनाया जाएगा कार्यक्रम
आसनसोल । आसनसोल दक्षिण की विधायक अग्निमित्रा पाल और भाजपा जिला अध्यक्ष बप्पा चटर्जी ने मंगलवार एक संवाददाता सम्मेलन किया। उन्होंने कल यानी 25 दिसंबर को देश के पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेई की सौंवीं जयंती को लेकर कुछ घोषणा की। अग्निमित्रा पाल ने कहा कि कल अटल बिहारी वाजपेई के सौंवीं जयंती है। इस मौके पर पूरे 1 साल यानी 2025 के 25 दिसंबर तक पूरे देश भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। आसनसोल में भी कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कल हर बुथ स्तर पर अटल बिहारी वाजपेई की जयंती मनाने का कार्यक्रम किया जाएगा। प्रभात फेरियां निकाली जाएंगी। उनकी तस्वीरों पर माल्यार्पण किया जाएगा। उनके द्वारा रचित कविताओं का पाठ किया जाएगा और उनके जीवन के बारे में लोगों को बताया जाएगा। उन्होंने प्रधानमंत्री रहते हुए और एक नेता के तौर पर भी देश की सेवा करते हुए जो योगदान दिया है। उसके बारे में लोगों को अवगत कराया जाएगा उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई ने जो योगदान इस देश के निर्माण में दिया है। उसको आज की नई पीढ़ी तक पहुंचाने का काम कल से शुरू किया जाएगा। यह पूरे 1 साल तक चलेगा। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही पूरे देश भर में एक ऑनलाइन लोगो कंपटीशन का भी आयोजन किया गया है। इसमें युवाओं द्वारा लोगो बनाया जाएगा और इस प्रतियोगिता में पूरे देश में जिसका लोगो सर्वश्रेष्ठ होगा। उस लोगो का इस्तेमाल करते हुए आने वाले 1 साल शताब्दी समारोह का आयोजन किया जाएगा। विधायक ने कहा कि यह बड़ी खुशी की बात है कि कल अटल बिहारी वाजपेई की सौंवीं जयंती है। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई के जीवन से भाजपा का हर कार्यकर्ता प्रेरणा लेता है। उनके जीवन के बारे में लोगों को जानकारी प्रदान करने के लिए आगामी 1 साल विभिन्न कार्यक्रम किए जाएंगे। वहीं बुधवार कोलकाता के आरजी कर मामले को लेकर सीएफएसएल द्वारा एक हैरतअंगेज दावा करते हुए रिपोर्ट सौंपी गई थी। जिसमें यह दावा किया गया था कि आरजी कर अस्पताल में जिस सेमिनार हॉल को महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के घटनास्थल के बारे में समझा जा रहा था। वहां पर इस तरह की किसी घटना को अंजाम देने का कोई निशान नहीं मिला है। इस बात की आशंका जताई गई थी कि हो सकता है कि महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और उसकी हत्या कहीं और की गई थी और बाद में उनके शव को सेमिनार हॉल में लाकर रखा गया था। इसे लेकर जब पत्रकारों ने अग्निमित्रा पाल से सवाल किया तब उन्होंने कहा कि यह बात भारतीय जनता पार्टी की तरफ से पहले दिन से कही जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सीधे इशारे पर सबूतों को मिटाने की कोशिश में लगा हुआ था। उन्होंने कहा कि जहां पर महिला डॉक्टर के शव को रखा गया था। उस सेमिनार हॉल से कुछ ही दूरी पर स्थित बाथरूम को तोड़ा गया था। अग्निमित्रा पाल ने इस बात पर हैरानी जताई के पिछले 14 वर्षों से आरजी कर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के डॉक्टर के लिए बाथरूम का निर्माण नहीं हो सका। लेकिन 9 अगस्त को महिला डॉक्टर की हत्या के एक दिन बाद ही बाथरूम बनाने की ऐसी जल्दबाजी देखी गई कि वहां पर भावनाओं को तोड़ा गया और नए सिरे से निर्माण कार्य शुरू किया गया। इसका एक ही अर्थ है कि वहां पर सबूतों के साथ छेड़छाड़ की गई थी। उन्होंने कहा कि इस बात का भी अंदेशा है कि महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और उसकी हत्या बाथरूम में की गई होगी और उनके शव को लाकर सेमिनार हॉल में रखा गया होगा। विधायक ने कहा कि वह सीबीआई से भी मांग करती है कि जल्द से जल्द इस मामले का निपटारा किया जाए और असली दोषियों को सजा दी जाए। लेकिन जब कहा जाता है कि सीबीआई ने चार्ज शीट का गठन नहीं किया तो यह समझने की जरूरत है कि जब किसी सरकारी मुलाजिम के खिलाफ आरोप पत्र तय करने होते हैं तो संबंधित राज्य सरकार से अनुमति की आवश्यकता होती है। लेकिन डॉक्टर संदीप घोष और टाला थाने के प्रभारी के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल करने के लिए राज्य सरकार द्वारा अभी तक नो ऑब्जेक्शन नहीं दिया गया है। अग्निमित्रा पाल ने कहा कि ममता बनर्जी खुद को अधिवक्ता बताती हैं। क्या अधिवक्ता के तौर पर उनको पता नहीं है कि शाम 6 के बाद पोस्टमार्टम नहीं हो सकता है, तो ऐसे में महिला डॉक्टर का पोस्टमार्टम शाम 6 बजे के बाद कैसे हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन द्वारा महिला डॉक्टर के माता-पिता को रिश्वत देकर मामले को रफा दफा करने की कोशिश की गई थी। लेकिन भारतीय जनता पार्टी ऐसा नहीं होने देगी और इस मामले में असली दोषियों को सजा दिलवा कर रहेगी।