स्वामी विवेकानंद की जयंती तथा स्कूल के 25वें स्थापना दिवस के मौके पर किया गया सांस्कृतिक कार्यक्रम और सम्मान समारोह
जामुरिया । आसनसोल नॉर्थ प्वाइंट स्कूल चांदा में रविवार स्वामी विवेकानंद की जयंती तथा स्कूल के 25वें स्थापना दिवस के मौके पर तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उदघाटन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। बोलपुर के विश्व बंगला यूनिवर्सिटी के वायस चांसलर डॉ विवेक कुमार मैती मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इनके अलावा काजी नजरूल विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ चंदन कोनार, बीसी कॉलेज के प्रिंसिपल फाल्गुनी मुखर्जी, बीबी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ अमिताभ बासु, फॉस्बेकी अध्यक्ष आरपी खेतान, नार्थ पॉइंट स्कूल की पूर्व हेडमिस्ट्रेस स्मृतिकणा मित्रा, आसनसोल आर्टिस्टिक वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ अशोक चटर्जी, हेरिटेज स्कूल की डायरेक्टर नीलम सापरा सहित कई विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे। आसनसोल नॉर्थ प्वाइंट स्कूल प्रबंधन की तरफ से शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में योगदान के लिए विशिष्ट व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। इस दौरान स्कूल के बच्चों ने गणेश वंदना के साथ ही विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए। कार्यक्रम के दौरान स्कूल के उन पूर्व विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया गया जिन्होंने इस स्कूल में पढ़ाई की और आज वह अपने जीवन में प्रतिष्ठित हैं। आसनसोल नार्थ पॉइंट स्कूल के फाउंडर चेयरमैन सचिन राय कहा कि आज से 25 साल पहले स्कूल की शुरुआत हुई थी जब सिर्फ 35 छात्रों के साथ सफर शुरू हुआ था। देखते ही देखते आज स्कूल की दो शाखाएं खुल गई हैं और कुल मिलाकर 3000 विद्यार्थी स्कूल में पढ़ रहे है। उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से स्कूल ने काफी प्रगति की है और इसका पूरा श्रेय स्कूल प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल सहित सभी कर्मचारियों को जाता है। जिन्होंने लगातार मेहनत की है और स्कूल को इस मुकाम तक पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि स्कूल की शुरुआत जब हुई थी तब मीता राय और उन्होंने एक सपना देखा था कि ऐसा शिक्षण प्रतिष्ठान बने जहां पर बच्चों को उच्च गुणवत्ता संपन्न शिक्षा के साथ-साथ उनका सर्वांगीण विकास भी सुनिश्चित किया जा सके। इसी को ध्यान में रखते हुए स्कूल का परिचालन किया जाता है और अब उनके बेटे और स्कूल के एक्सेक्युटीव डायरेक्टर गौरव राय भी उनके इस प्रयास को आगे बढ़ाने में हाथ बंटा रहे हैं। वहीं स्कूल की डायरेक्टर मीता राय ने कहा कि आज से 25 साल पहले जब स्कूल की शुरुआत हुई थी तब सिर्फ 35 विद्यार्थी थे लेकिन धीरे-धीरे स्कूल ने प्रगति की और स्कूल के सभी कर्मचारी और इस क्षेत्र की जनता का आशीर्वाद मिलने से स्कूल आज इस मुकाम तक पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि स्कूल को यहां तक पहुंचाने में सबसे ज्यादा मेहनत स्कूल के प्रिंसिपल वाइस प्रिंसिपल सहित सभी कर्मचारियों ने की है और उनको पूरा विश्वास है कि आने वाले समय में उन्होंने अपने पति सचिन राय के साथ जो सपना देखा था कि स्कूल में केजी से पीजी तक की शिक्षा दी जा सकेगी वह पूरा होगा। वहीं स्कूल के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर गौरव राय ने कहा कि पिछले 25 वर्षों में स्कूल ने एक बहुत छोटी शुरुआत से बहुत लंबा सफर तय किया है लेकिन आगे और भी रास्ते हैं जिन पर चलकर नई-नई मंजिलों को हासिल करना है उन्होंने कहा कि एक क्रिकेट अकादमी खोला जाएगा जिसमें बीसीसीआई के ग्रेड 2 कोच बच्चों को कोचिंग देंगे इसके साथ ही यहां पर एक अत्याधुनिक लैबोरेट्री खोला जाएगा । अभी स्कूल में जो स्विमिंग पूल है वह पर्याप्त नहीं है एक और बड़ा स्विमिंग पूल बनाया जाएगा इसके साथ ही पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों के एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज पर भी जोर दिया जाएगा। ताकि बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके और उनके अंदर जो भी प्रतिभा है उसको बाहर निकाला जा सके। ताकि वह आगे चलकर देश और राष्ट्र की सेवा कर सकें। वही स्कूल के प्रिंसिपल राजीव साव वाईस प्रिंसिपल सत्यजीत दां ने कहा कि जिस तरह से सचिन राय, मीता राय और अब गौरव राय बच्चों की शैक्षणिक विकास के साथ-साथ उनके एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज को बढ़ावा देने की कोशिश करते हैं उससे उन्हें इस बात पर गर्व महसूस होता है कि वह इस शिक्षण संस्थान से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि सबसे अच्छी बात यह है कि स्कूल और स्कूल के बच्चों के विकास को लेकर अगर उनके मन में कोई भी नया आईडिया आता है तो वह स्कूल प्रबंधन से उसे साझा करते हैं और ज्यादातर मौकों पर उसे अमल में भी लाया जाता है। उन्होंने कहा की इससे स्कुल के विकास को आगे ले जाने में उत्साह मिलता है। वहीं सचिन राय ने एक विशेष घोषणा किए। उन्होंने कहा कि गरीब मेधावी बच्चों को स्कॉलरशिप दिया जाएगा। एक बच्चा को साल में 25 हजार रुपया करके 100 बच्चों को दिया जायेगा। एक वर्ष में 25 लाख रुपया करके 4 साल में 1 करोड़ रुपया दिया जायेगा।