भुइयां पाड़ा गांव में नवनिर्मित सामुदायिक केंद्र का किया गया भव्य उद्घाटन
सेल आईएसपी की सीएसआर पहल से सामाजिक विकास को नई दिशा
बर्नपुर । भुइयां गांव में 3 मई के शाम को एक ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने स्थानीय निवासी, जब इस्को इस्पात संयंत्र (आईएसपी) की कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) योजना के अंतर्गत निर्मित नवनिर्मित सामुदायिक केंद्र का भव्य उद्घाटन समारोह संपन्न हुआ। इस उद्घाटन समारोह में सेल आईएसपी के शीर्ष अधिकारियों – सीजीएम (प्रभारी) मानव संसाधन उमेन्द्र पाल सिंह , सीजीएम (टीएस और सीएसआर) विजेंद्र वीर तथा सीजीएम (मैकेनिकल) विनीत रावल – की गरिमामयी उपस्थिति ने आयोजन को विशेष गौरव प्रदान किया। उन्होंने इस परियोजना की सफलता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और समाज के प्रति कंपनी की उत्तरदायित्वपूर्ण भूमिका को दोहराया। यह आयोजन न केवल एक संरचना के लोकार्पण का प्रतीक था, बल्कि सामाजिक समावेशन, विकास और सामूहिक प्रगति की दिशा में एक ठोस कदम भी साबित हुआ। यह सामुदायिक केंद्र भुईयापारा के निवासियों के लिए एक सामाजिक और शैक्षिक गतिविधियों का केंद्रबिंदु बनेगा। यहाँ विभिन्न शैक्षिक कार्यक्रम, कौशल विकास कार्यशालाएँ, सांस्कृतिक आयोजन, और सामुदायिक बैठकें आयोजित की जा सकेंगी। इस प्रकार यह केंद्र न केवल सामुदायिक सहभागिता को प्रोत्साहित करेगा, बल्कि स्थानीय युवाओं और महिलाओं को आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ाने में भी सहायक सिद्ध होगा। समारोह को संबोधित करते हुए सीजीएम (प्रभारी) मानव संसाधन उमेन्द्र पाल सिंह ने कहा कि यह सामुदायिक केंद्र भुईयापारा के निवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन सिद्ध होगा और उन्हे शिक्षा, कौशल विकास और आपसी मेलजोल के लिए एक मंच प्रदान करेगा।” इस अवसर पर सीजीएम (टीएस और सीएसआर) विजेंद्र वीर ने कहा कि सेल आईएसपी सदैव समुदाय के विकास के लिए कटिबद्ध है, और यह सामुदायिक केंद्र इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।” वहीं सीजीएम (मैकेनिकल) विनीत रावल ने कहा कि इस सामुदायिक केंद्र का निर्माण एक सराहनीय कार्य है, और यह निश्चित रूप से यहाँ के लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगा। यह सामुदायिक केंद्र सेल आईएसपी की उस सोच का प्रतिबिंब है, जो विकास को केवल आर्थिक दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि सामाजिक सशक्तिकरण के रूप में भी देखती है। स्थानीय समुदाय इस केंद्र के माध्यम से अपने जीवन में आने वाले सकारात्मक परिवर्तनों की उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहा है। यह समारोह न केवल एक भवन के उद्घाटन का अवसर था, बल्कि यह उस सामूहिक प्रयास का प्रतीक भी बना जिसने एक साझा सपने को साकार किया – एक समावेशी, सशक्त और उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर भुइयां पाड़ा।