अरुण खेत्रपाल के परिवार का सम्मान ही इंदिरा गांधी को होगी श्रद्धांजलि -सुरेन जालान
आसनसोल । देश की पहली और एकमात्र महिला प्रधानमन्त्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर रविवार को आसनसोल के विशिष्ट सामजसेवी सह व्यवसायी सुरेन जालान ने उनको भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने स्वर्गीय शक्तिस्वरूपिणी श्रीमती इंदिरा गांधी की 38 वीं पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया। सुरेन जालान ने कहा कि इंदिरा गांधी के साहस का ही नतीजा था कि पाकिस्तान के दो टुकड़े हुए । वर्ष 1971 में पाकिस्तान का पूर्व क्षेत्र जो आज बांग्लादेश के नाम से जाना जाता है और पश्चिमी क्षेत्र जो आधा पाकिस्तान हैं। उन्होंने दावा किया कि उन्हें सख्त जवाब देने वाली शक्ति स्वरूपिणी श्रीमती इंदिरा गांधी का इतिहास कोई मिटा नहीं सकता। उसमें देश के 21 वर्ष के जवान अरुण खेत्रपाल के साहस एवं देशभक्ति को आज के नेताओं एवं देशभक्तों को जरूर समझना चाहिए। यही श्रीमती इंदिरा गांधी के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने सबसे अरुण खेत्रपाल के परिवार को एवं उनके बलिदान का सम्मान करने की अपील की 1971 के पाकिस्तान की जीत पर सारा देश 50वीं सालगिरह मना रहे हैं। उसके महानायक शहीद अरुण खेत्रपाल मात्र 21 साल के उम्र के बलिदानी जिन्होंने पाकिस्तानी आठ टैंकरों को अकेले ही ध्वस्त कर दिया। नौवीं टैंक को भी उन्होंने ध्वस्त किया। आखरी दसवां टैंक बचा उनके साहस को देखते हुए भारत की सेना के सामने उन्होंने घुटने टेक दिए।50वीं सालगिरह का जश्न मना रहे भारत के देशप्रेमी जनता से प्रार्थना किया कि उनके परिवार के बारे में समझें एवं अरुण खेत्रपाल के बलिदान के लिए देश के रक्षा मंत्री से अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि 50वीं सालगिरह की खुशियों में शामिल होने के लिए खेत्रपाल तो हमारे बीच में नहीं है परंतु उनके परिवार को विशेष रूप से सम्मान दिया जाए। इंदिरा गांधी के लिए एवं अरुण खेत्रपाल के लिए तभी यह सच्ची श्रद्धांजलि होगी। अंत में 1984 में हमारे देश में खालीस्तान उग्रवादियों ने इंदिरा गांधी के आवास पर ही उनकी हत्या कर दी। अंत में उन्होंने एकबार पुनः शक्तिस्वरूपिणी श्रीमती इंदिरा गांधी को उनकी पुण्यतिथि पर नमन किया।