क्या अनुब्रत मंडल पार्टी के दबाव में है? कुणाल का स्टिंग ‘वह एक महान नेता हैं, ज्यादा समझते हैं’
कोलकाता । रामपुरहाट की घटना के बाद क्या अनुब्रत मंडल पार्टी के बढ़ाव में है ? क्या बीरभूम के इस तृणमूल नेता पर घर एवं बाहर में दबाव बढ़ रहा है? गुरुवार को अनुब्रत मंडल खुद मुख्यमंत्री के साथ बगटुई गांव गए थे। टीम लीडर ममता बनर्जी ने खड़े होकर मामले को सुचपुर की तरह व्यवस्थित करने का सुझाव दिया। फिर शुक्रवार को कुणाल घोष को अनुब्रत मंडल का कुछ न कुछ विचारोत्तेजक अंदाज में मजाक उड़ाते हुए सुना गया। तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश महासचिव कुणाल घोष ने कहा कि अनुब्रत मंडल एक बड़े नेता हैं, वह ज्यादा समझते हैं, उन्हें नहीं लगता कि उन्हें उनके किसी भी शब्द पर टिप्पणी करने की जरूरत है। अगर आप जानना चाहते हैं कि वह इस तरह क्यों बात कर रहे हैं, तो उनके अलावा, वह एक महान नेता हैं, वह ज्यादा समझते हैं, वे उस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे’ इस संदर्भ में बीरभूम के जिला तृणमूल अध्यक्ष ने पलटवार करते हुए कहा, ”मैं उनके बारे में कुछ भी कहने को तैयार नहीं हूं.” संयोग से रामपुरहाट कांड में गिरफ्तार तृणमूल नेता अनारुल हुसैन के परिजन पहले ही अनुब्रत मंडल पर विस्फोटक आरोप लगा चुके हैं। अनारुल हुसैन के भतीजे ने सीधे शिकायत की, ‘अनुब्रत मंडल ने मेरे चाचा को फांसी पर लटका दिया’। विरोधियों पर भी हमले हो रहे हैं। सीपीएम की केंद्रीय समिति के सदस्य सुजान चक्रवर्ती ने कहा, ‘कुछ कहते हैं टीवी ब्लास्ट, कुछ कहते हैं शॉट सर्किट। अनुब्रत मंडल की शत प्रतिशत साजिश। उनके नेतृत्व में सत्ता के लिए संघर्ष जारी है। बीजेपी सांसद सौमित्र खान ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि वाटू शेख की हत्या के बाद, अनारुल ने अनुब्रत मंडल को फोन किया। अनुब्रत ने कुछ घरों में आग लगाने की बात कही। अनुब्रत मंडल ने कहा कि वह बिश्नापुर में भाजपा सांसदों द्वारा लगाए गए विस्फोटक आरोपों पर टिप्पणी नहीं करना चाहते।