राष्ट्र विरोधी ताकतें देश को विकसित होने से रोकने के लिए हिंसात्मक गतिविधियां फैला रही – सुरेन जालान
आसनसोल । अच्छे कामों के लिए पराजय शब्द को अपने दिमाग के शब्दकोश से निकाल दो। चाहे वह सीए विरोधी हो, किसान बिल विरोधी हो या अग्निपथ योजना हो एवं देश की सुरक्षा के प्रति सेना में ऊंची सोच रखने का फैसला हो। सभी राष्ट्र विरोधी ताकतें अपना दवाब बना रही है। उक्त बातें आसनसोल के व्यवसायी सह सामजसेवी सुरेन जालान ने कही। उन्होंने कहा कि गुरुवार को जो बिहार में हुआ। भारतीय रेल संपत्ति को जलाकर उग्रवादियों ने किसी षड्यंत्र के द्वारा करदाताओं के कर का अपमान किया है एवं अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद पाकिस्तान की नींद भी हराम हो गई है। वहां के लोग पाकिस्तान की बदहाली पर सत्ता के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। परन्तु कोई भी वहां की राष्ट्र संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचा रहे हैं। इधर हमारे भारतवर्ष की उन्नति में देश के अंतर्गत रहकर कुछ राष्ट्र विरोधी ताकतें पाकिस्तान एवं चीन का भय दिखाकर देश को विकसित होने से रोकने के लिए हिंसात्मक गतिविधियों का सहारा ले रहे हैं एवं ओवैसी साहब अपनी सत्ता के लिए देश को विकासशील होते नहीं देखना चाहते हैं। सबसे बड़ी दु:ख की बात यह है कि जुम्मे के दिन को इन लोगों ने बदनाम कर दिया। जबकि यह एक पवित्र दिन है। ऐसे तो हर दिन पवित्र होता है। किंतु किसी संप्रदाय के लिए यह जुम्मा बहुत ही विशेष महत्व रखता है।दु:ख की बात है कि पूरे देश में जुम्मे के दिन ही किसी संप्रदाय के द्वारा हिंसा फैलायी जाती है एवं मौका न मिलने पर दूसरे संप्रदाय को देश के विरोध में खड़ा कर दिया जाता है। जिसका उदाहरण कल जुम्मे के दिन ही जो एक पवित्र दिन है। भारत के राष्ट्रीय संपत्ति रेल को एवं आम जनता को कितना नुकसान उग्रवादियों ने पहुंचाया है। यह सोचनीय बाते है। आज तक चैनल ने देशहित के लिए ओवैसी साहब से अनुरोध किया कि आप एक बार तो उग्रवादियों से इस दिशा में शांति बनाये रखने की अपील कर दें। किंतु उनका हट हमारे देश को बदहाली की ओर ले जाने में ही है।जिसका 15 मिनट लाइव टेलीकास्ट आज तक चैनल में देखने को मिला। किन्तु उन्होंने अपील नहीं की। केवल अग्निपथ योजना की नीति का ही विरोध किया एवं इसके लिए प्रधानमंत्री जी को जिम्मेदार ठहराया। उनके लिए आज की सत्ता में बने हुए लोगों के लिए नफरत के सिवाय कुछ भी नहीं है। यह हमारे संविधान एवं देश के लिए एक विरोधी साजिश कर रहे हैं। उन्होंने पूरे देशवासियों से अपील किया कि सत्ता के लोभ में देश विरोधी ताकतों से एवं उनकी दुकानों से मार्केटिंग करने से बचें एवं उनका पूरा विरोध करें। कल जो रेल संपत्ति का नुकसान हुआ उन्हें नहीं मालूम लॉकडाउन के समय बिहार एवं यूपी के लोगों को अपने घर तक आने के लिए कितना पैदल चलकर कष्ट उठाना पड़ा। आज उसी सुगम सुविधा को जलाते वक्त उन्हें कुछ भी अपना एवं राष्ट्र संपत्ति का ध्यान नहीं आया एवं केवल दिशाहीन एवं आतंकवादी लोगों के बहकावे में आकर हिंसा कर रहे हैं। वे अपना भविष्य एवं अपनी नई पीढ़ी का भविष्य अंधकार की ओर ले जा रहे हैं।