एसएसबी जवान को युवती से छेड़खानी महंगी पड़ी
अंडाल । भारतीय रेलवे की तरफ से ट्रेनों में सफर कर रही महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कई दावे किए जाते हैं। लेकिन सोमवार रात को कालका में ट्रेन में घटी एक घटना के चलते महिलाओं की सुरक्षा सवालों के घेरे में आ गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार आराधना चटर्जी कालका मेल ट्रेन से हावड़ा से दुर्गापुर आ रही थी। लेकिन जब उनकी ट्रेन दुर्गापुर पहुंचने वाली थी और वह ट्रेन से उतरने की तैयारी कर रही थी तो उनका आरोप है कि एसएसबी बटालियन 63 के धिरेन कुमार मिश्रा नामक एक जवान ने उनको पीछे से पकड़ लिया आराधना चटर्जी ने कहा कि जब वह चिल्लाने लगी तो आरपीएफ के कुछ जवान आ गए। ऐसे में एसएसबी का वह जवान ट्रेन की बाथरूम में घुस गया और उसने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। लेकिन इसके बाद भी जब आराधना चैटर्जी बाथरूम तक पहुंची और उसको बाहर निकालने की कोशिश करने लगी तो उस जवान ने बाथरूम से बाहर आकर उन्हें एक लात मारी। आराधना का आरोप है कि वह व्यक्ति पूरी तरह से नशे में था यहां तक कि रात साढ़े दस बजे के आसपास वह ट्रेन में सिर्फ एक अंडरवेयर में घूम रहा था। जब ट्रेन में मौजूद अन्य महिला यात्रियों ने इसकी शिकायत की तब कहीं जाकर उनकी बटालियन के अधिकारियों द्वारा उनको पेंट पहनाया गया। बहराल इस घटना के बाद आरपीएफ के जवानों ने उनको दुर्गापुर में एक शिकायत दर्ज करने को कहा। उन्होंने बताया कि उन्होंने ऐसा ही किया। अब आरोपी को अंडाल लेकर आया गया है और वह भी अंडाल में शिकायत दर्ज करने आई । उन्होंने कहा कि यह कोई बड़ी बात नहीं है कि वह कितने बजे ट्रेन में सफर कर रही थी। जब उनको जरूरत होगी वह तभी सफर करेंगी। वहीं पीड़िता की मां ने कहा की जिस तरह से एसएसबी के उस जवान ने उनकी बेटी के साथ अभद्र आचरण किया। वह शर्मनाक है उन्होंने कहा कि सारे जवान या सभी पुलिस वाले या आरपीएफ के लोग बुरे नहीं होते आरपीएफ और एसएसबी के अन्य जवानों और अधिकारियों द्वारा ही उनकी बेटी की मदद की गई। उन्होंने कहा कि जिस जवान ने इस तरह की ओछी हरकत की है। उसे इस समाज में रहने का ही कोई अधिकार नहीं है। क्योंकि उसकी मानसिकता बेहद विकृत है। एसएसबी बटालियन 63 के धिरेन कुमार मिश्रा बिहार भोजपुर निवासी है। वह कश्मीर जा रहा था।