आज का पंचांग, 19 जुलाई 2022: आज करें मंगला गौरी व्रत, जानें शुभ-अशुभ समय एवं राहुकाल
दिल्ली । आज श्रावण माह के कृष्णपक्ष की षष्ठी तिथि है।आज सावन माह में मंगलवार को पड़ने वाला पहला मंगला गौरी व्रत का दिन है। यह व्रत सावन महीने के प्रत्येक मंगलवार को किया जाता है। हर मंगलवार को सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और स्वस्थ रहने की कामना के लिए यह व्रत और पूजा-पाठ बड़ी ही श्रद्धा भाव से करती हैं। यदि इस व्रत को कुंवारी कन्याएं रखें, तो योग्य जीवनसाथी पाने की इच्छा पूर्ण हो सकती है। आज के बाद मगंला गौरी का दूसरा व्रत 26 जुलाई, तीसरा व्रत 2 अगस्त और चौथा यानी आखिरी मंगला गौरी व्रत 9 अगस्त को पड़ेगा।
मंगला गौरी व्रत की पूजा-विधि
आज के दिन मां मंगला गौरी की पूजा पूरे विधि-विधान से की जाती है। इसके लिए आप सुबह जल्दी उठकर स्नानादि से निवृत्त हो जाएं। साफ वस्त्र धारण कर लें। पूजा स्थल की साफ-सफाई करें। वहां चौकी रखें, उस पर लाल रंग का वस्त्र बिछाएं। मां मंगला गौरी की मूर्ति या तस्वीर रखें। पूजा में सुहाग की चीजें (16 श्रृंगार) चढ़ाएं। इलायची, लौंग, सुपारी, सूखे मेवे, मिठाई आदि भी चढ़ाएं। आरती करने के बाद मां मंगला गौरी व्रत की कथा पढ़ें। मान्यता है कि इस दिन श्रद्धा भाव और पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाए, तो सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं। सुहागिन महिलाओं के जीवन में सुख-समृद्धि आती है, उनका वैवाहिक जीवन सुखद बीतता है और पति की उम्र भी लंबी होती है। आज मंगलवार का व्रत भी रखा जाता है। इस दिन श्री हनुमान जी की पूजा की जाती है। हनुमान जी के भक्त विधि पूर्वक पूजा-अर्चना करते हैं। मान्यता है कि जो लोग मंगलवार का व्रत रखते हैं, उनकी कुंडली में मौजूद मंगल ग्रह बेहद फलदायी होता है। मांगलिक दोष वाले व्यक्ति को मंगलवार का व्रत अवश्य करना चाहिए। यह व्रत करने से संतान का सुख प्राप्त होता है। भगवान हनुमान की कृपा सदा आपके ऊपर बनी रहती है। शनि दोष से मुक्ति मिलती है। शत्रुओं का नाश होता है………..
19 जुलाई 2022 का पंचांग
आज की तिथि – श्रावण कृष्णपक्ष षष्ठी
आज का करण – वणिज
आज का नक्षत्र – उत्तराभाद्रपदा
आज का योग – अतिगंड
आज का पक्ष – कृष्णपक्ष
आज का वार – मंगलवार
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय – 6:04:00
सूर्यास्त – 7:26:00
चन्द्रोदय – 23:30:00
चन्द्रास्त – 11:18:00
चन्द्र राशि– मीन
हिन्दू मास एवं वर्ष
शक सम्वत – 1944
शुभकृतविक्रम सम्वत – 2079
काली सम्वत – 5123
दिन काल – 13:44:36
मास अमांत – आषाढ़
मास पूर्णिमांत – श्रावण
शुभ समय – 11:59:42 से 12:54:40 तक
अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)
दुष्टमुहूर्त– 08:19:48 से 09:14:46 तक
कुलिक– 13:49:39 से 14:44:37 तक
कंटक– 06:29:51 से 07:24:49 तक
राहु काल– 16:06 to 17:46
कालवेला/अर्द्धयाम– 08:19:48 से 09:14:46 तक
यमघण्ट– 10:09:45 से 11:04:43 तक
यमगण्ड– 09:01:02 से 10:44:06 तक
गुलिक काल–12:45 to 14:25