आसनसोल रथ यात्रा महोत्सव कमेटी के अध्यक्ष बने बिनोद केडिया का रहा अतुनिय योगदान
आसनसोल । कृष्ण चेतना के लिए अंतर्राष्ट्रीय सोसायटी के संस्थापक आचार्य उनकी दिव्य कृपा एसी भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद इस्कॉन आसनसोल यह प्रमाणित किया जाता है कि 9 दिन की भागवत सफलतापूर्वक पूरी कर ली गई है। बुधा ग्राउंड आसनसोल में भगवान जग्गनाथ के सेवक के रूप में “आसनसोल रथ यात्रा महोत्सव 2023” के कार्यक्रम इस्कॉन आसनसोल द्वारा आयोजित किया गया था, जिसमें भगवत सेवा में विशेष प्रदर्शन के लिए भक्ति को सम्मानित किया गया है। रथ महोत्सव के चेयरमैन प्रदीप कुमार ठाकुर, अध्यक्ष बिनोद कुमार केडिया, इस्कॉन मंदिर प्रभारी दयाचंद्र निताई दास के हाथों भगवत सेवा में विशेष प्रदर्शन के लिए भक्ति को सम्मानित किया गया। वहीं शिल्पांचल के आसनसोल के विख्यात उद्योगपति और समाजसेवी बिनोद कुमार केडिया को इस्कॉन आसनसोल रथ यात्रा महोत्सव के अध्यक्ष बिनोद कुमार केडिया को अध्यक्ष बनाया गया है। इस सम्मानित संस्था के द्वारा अध्यक्ष बनाए जाने से बिनोद केडिया अपने आप को बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं और उन्होंने इसके लिए इस्कॉन के सभी पदाधिकारियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए बेहद गर्व का विषय है कि इस्कॉन मंदिर जैसे संस्था आसनसोल शाखा का उनको अध्यक्ष बनाया गया है। आपको बता दें कि बिनोद केडिया बीते कई दशकों से शिल्पांचल आसनसोल की धरती पर एक जाना माना नाम है। व्यवसाय और उद्योग के साथ-साथ समाजसेवा में भी वह हमेशा बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते रहे है। दरअसल बिनोद केडिया का कहना है कि व्यवसाय तो हर एक व्यक्ति करता है। लेकिन उसके साथ-साथ उसे सामाजिक और धार्मिक कार्यों में भी अपना योगदान करना चाहिए। अपने इस सिद्धांत पर अमल करते हुए बिनोद केडिया विभिन्न सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं के साथ जुड़े हैं और बढ़ चढ़कर इन संस्थाओं में योगदान करते है। इस्कॉन मंदिर रथ यात्रा महोत्सव में भी अध्यक्ष बिनोद कुमार केडिया का काफी योगदान रहा है। आसनसोल के एसबी गोरई रोड पर जो इस्कॉन मंदिर था। उसकी स्थापना में भी बिनोद केडिया की अहम भूमिका रही। वह यहां की कमेटी से बीते 50 वर्षों से जुड़े हुए हैं। बुधा मैदान में रथयात्रा के अवसर पर जो मेला लगता है। उसमें भी बिनोद केडिया बढ़-चढ़कर अपना योगदान किया हैं। इस नौ दिवसीय मेले के दौरान जो भोग का वितरण किया जाता था, उसमें विनोद केडिया का बहुत बड़ा योगदान रहा। इतना ही नहीं भगवान जगन्नाथ देव का जो नया रथ बनाया गया था। उसमें भी बिनोद केडिया का योगदान काफी रहा है। आपको बता दें कि हाल ही में उल्टा रथ के दौरान जो दुर्घटना हुआ था। उस रथ की वजह से सैकड़ो भक्तों की प्राण की रक्षा हुई थी। इस नए रथ के निर्माण में जो पाइप का इस्तेमाल हुआ है वह सारे पाइप बिनोद केडिया द्वारा उपलब्ध कराए गए हैं। इस रथ के निर्माण में बिनोद केडिया का अहम योगदान है। दरअसल बिनोद केडिया सिर्फ एक व्यापारी या उद्योगपति नहीं है। वह दिल से एक समाजसेवी हैं। उनका कहना है कि समाज के प्रति अपने दायित्व का निर्वहन करना उन्होंने अपने माता-पिता एवं उनके पूर्वज से सीखा है। उनका कहना है कि व्यापार या अपने परिवार का पेट पालने के लिए तो हर कोई कार्य करता है। लेकिन समाज के प्रति अपने दायित्व का निर्वहन करना अत्यंत आवश्यक है। और उन लोगों के लिए और ज्यादा जरूरी है जो ऊपर वाले की कृपा से आर्थिक रूप से थोड़े मजबूत बन चुके हैं। यही वजह है कि वह हमेशा जरूरतमंदों की सेवा करते हैं और सामाजिक और धार्मिक कार्यों में अपना योगदान रखते है। यही वजह है कि आज बिनोद केडिया सिर्फ मारवाड़ी समाज के लिए ही नहीं बल्कि पूरे आसनसोल के लिए एक मसीहा के तौर पर उभर कर सामने आए हैं। एक ऐसा मसीहा जिन्होंने कोरोना कॉल में प्रतिदिन जरूरतमंदों के लिए भोजन का इंतजाम किया था। उनका कहना है कि वह जो कुछ भी कर रहे हैं। उनमें उनका कोई श्रेय नहीं रहेगा। यह सब भगवान जगन्नाथ देव का आशीर्वाद है जो वह यह सब कर पा रहे हैं। उन्हीं भगवान जगन्नाथ देव को पूजने वाले रथ महोत्सव इस्कॉन मंदिर कमिटी का अध्यक्ष चुने जाने पर वह खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने इस्कॉन मंदिर कमिटी को कोटि-कोटि धन्यवाद दिया।