आसनसोल निगम ने श्रद्धा के साथ मनाया मुंशी प्रेमचंद की जयंती
आसनसोल। हिंदी साहित्य के महान साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद की जयंती के मौके पर आसनसोल नगर निगम मोड़ पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। आसनसोल नगर निगम की तरफ से आयोजित इससे कार्यक्रम के दौरान चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी, एमएमआईसी दिवेन्दु भगत, गुरदास चटर्जी, पार्षद भोला हेला सहित साहित्यकार सृंजय मिश्रा, पूर्व शिक्षक नवीन चंद्र सिंह, सुरजीत सिंह मक्कड़, आसनसोल नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। इस मौके पर सभी ने कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद को श्रद्धा सुमन अर्पित किया। मुंशी प्रेमचंद के जीवन और उनके साहित्य के बारे में बोलते हुए अमरनाथ चटर्जी ने कहा कि एक तरफ जैसे मुंशी प्रेमचंद की कहानियों में तत्कालीन समाज व्यवस्था पर प्रचंड कुठाराघात था। ठीक उसी प्रकार उन्होंने अपनी लेखनी से अंग्रेजों के रातों की नींद भी उड़ा दी थी। उन्होंने हमेशा वंचित वर्ग के बारे में दिखाएं और उनके दर्द को अपने कलम के जरिए सबके सामने उजागर किया। जब तक हिंदी साहित्य का अस्तित्व रहेगा तब तक मुंशी प्रेमचंद का नाम भी स्वर्णाक्षरों में लिखा रहेगा।