गुरुनानक जयंती पर 25 और 27 को निकलेगी नगर कीर्तन, लंगर बनाने के लिए खास पंजाब से आ रहे कारीगर – अमरजीत सिंह भरारा
आसनसोल । आसनसोल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से गुरुनानक जयंती के उपलक्ष्य में 25 और 27 तारीख को निकाली जाएगी नगर कीर्तन एवं 26 को आसनसोल शहर के सबसे पुराने गुरुद्वारा के पुनर्निर्माण के लिए शिलान्यास किया जाएगा। उक्त बातें शुक्रवार रामबंधु तलाव स्थित गुरु नानक नगर में आसनसोल गुरुद्वारा प्रबंधक कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते आसनसोल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष अमरजीत सिंह भरारा ने कही। उन्होंने कहा कि 25 तारीख को गुरु नानक नगर से इस्माइल इलाके में स्थित गुरु नानक स्कूल तथा गुरुद्वारे के लिए एक नगर कीर्तन निकलेगी जो जीटी रोड के रास्ते हाटन रोड होते हुए। वहां पहुंचेगी वहां पर विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान होंगे तथा वहां पर लंगर का भी आयोजन किया गया है। इसके उपरांत 27 तारीख को गुरु नानक देव जी की जयंती के दिन वहीं से नगर कीर्तन इस्माइल के गुरु नानक स्कूल से हाटन रोड जीटी रोड के रास्ते गुरु नानक नगर पहुंचेगी। उस दिन भी गुरु नानक नगर में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान होंगे तथा लंगर का आयोजन किया जाएगा। अमरजीत सिंह भरारा ने कहा कि इस बार लंगर बनाने के लिए खास पंजाब से कारीगर आ रहे हैं। वहीं से पंजाब की मिट्टी की खुशबू लिए सब्जियां भी लाई जा रही है। उन्होंने कहा कि नगर कीर्तन के दौरान कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया है। अमरजीत सिंह भरारा ने कहा कि 26 नवंबर को शहर के सबसे पुराने गुरुद्वारा के पुनर्निर्माण के लिए शिलान्यास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अमृतसर से आए कथावाचक मानसिंह के हाथों शिलान्यास होगा। अमरजीत सिंह भरारा ने कहा कि गोधूलि स्थित वह गुरुद्वारा शहर का सबसे प्राचीन गुरुद्वारा था। लेकिन उस भवन की हालत काफी जर्जर हो गई थी। इस वजह से उस गुरुद्वारा को फिर से पूरी तरह से बनाया जा रहा है। 26 नवंबर को मानसिंह के हाथों उस गुरुद्वारे का शिलान्यास होगा। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी सिर्फ सिखों के ही नहीं सभी धर्मो जातियों के लोगों के आराध्य हैं। उन्होंने इस कार्यक्रम में आसनसोल के सभी लोगों को सम्मिलित होने का आवाहन किया।