रेलवे सुरक्षा बल, पूर्व रेलवे की वित्तीय वर्ष 2023-24 में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ
कोलकाता । रेलवे सुरक्षा बल, पूर्व रेलवे ने पूरे वित्तीय वर्ष 2023-24 में यात्रियों की सुरक्षा, संरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने में अनुकरणीय समर्पण और प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है। विभिन्न ऑपरेशनों एवं मिशनों के अंतर्गत रेलवे सुरक्षा बल के जवानों ने अटूट वीरता एवं करुणा का परिचय दिया है, जिसका यात्रियों के जीवन पर काफी असर पड़ रहा है।
• एक असाधारण दृढ़ कार्रवाई और पहल के तहत रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ)/पूर्व रेलवे फर्जी रेलवे नियुक्तियों से जुड़ी विभिन्न धोखाधड़ी गतिविधियों को रोकने में सफल रहा, जिसके परिणामस्वरूप 9 मामलों में 20 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है। इस अवधि के दौरान, रेलवे सुरक्षा बल/पूर्व रेलवे फर्जी रेलवे नियुक्तियों से संबंधित धोखाधड़ी गतिविधियों की रिपोर्टों की सक्रिय रूप से जांच कर रहा है। सक्रिय जांच और संबंधित अधिकारियों के सहयोग के माध्यम से, आरपीएफ ने इन भ्रामक योजनाओं को अंजाम देने में शामिल व्यक्तियों की सफलतापूर्वक पहचान की है और उन्हें पकड़ा है।
• ऑपरेशन मातृशक्ति:- रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवानों ने ट्रेनों और स्टेशन परिसर में प्रसव के दौरान 15 महिला यात्रियों को सहायता प्रदान करके अनुकरणीय समर्पण और करुणा का प्रदर्शन किया है। सेवा का यह सराहनीय कार्य खासकर आपातकाल और संकट के क्षणों में यात्रियों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए आरपीएफ की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। घटनाओं की एक श्रृंखला में, आरपीएफ कर्मियों ने उन महिला यात्रियों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है, जिन्हें ट्रेनों में यात्रा करते समय या स्टेशन परिसर में प्रतीक्षा करते समय प्रसव पीड़ा हुई थी। तीव्र कार्रवाई और विशेषज्ञों के मदद से आरपीएफ स्टाफ सदस्यों ने सुरक्षित प्रसव की सुविधा प्रदान किया और मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य और कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान किया।
• मिशन “जीवन रक्षा”: रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवानों ने 55 यात्रियों को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर असाधारण बहादुरी और निस्वार्थता का प्रदर्शन किया है, जो चलती ट्रेनों में चढ़ने या उतरने, आत्महत्या का प्रयास करने या रेलवे परिसर में अतिक्रमण करने के दौरान खतरनाक परिस्थितियों में फंस गए थे। उनके वीरतापूर्ण कार्य रेल यात्रियों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए आरपीएफ कर्मियों की अटूट प्रतिबद्धता का उदाहरण देते हैं।
• ऑपरेशन “नन्हे फरिश्ते”: रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने देखभाल और सुरक्षा की आवश्यकता वाले उन बच्चों की पहचान करने और उन्हें बचाने के लिए एक सराहनीय पहल की है जो विभिन्न कारणों से खो गए हैं या अपने परिवारों से अलग हो गए हैं। बाल कल्याण के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का प्रदर्शन करते हुए, आरपीएफ ने 748 बच्चों (424 लड़के और 324 लड़कियों) को सफलतापूर्वक बचाया और उनके पुनर्वास और कल्याण के लिए बाल कल्याण समितियों (सीडब्ल्यूसी) को सौंप दिया है।
• ऑपरेशन ‘WILEP’: ट्रेनों के माध्यम से वन्यजीवों, जानवरों के अंगों और वन उत्पादों की अवैध तस्करी में शामिल नेटवर्क को लक्षित करने और नष्ट करने के उद्देश्य से रेलवे सुरक्षा बल द्वारा ऑपरेशन ‘WILEP’ शुरू किया गया था। उचित निगरानी और सक्रिय प्रवर्तन कार्रवाइयों के माध्यम से, आरपीएफ कर्मी इन अवैध गतिविधियों में शामिल अपराधियों की पहचान करने और उन्हें रोकने में सक्षम थे। ऑपरेशन ‘WILEP’ के परिणामस्वरूप, आरपीएफ ने वन्यजीव तस्करी के 13 मामलों का सफलतापूर्वक पता लगाया, जिससे अवैध व्यापार में शामिल 6 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। इसके अतिरिक्त, ऑपरेशन के दौरान 236 तोते, 391 कछुए, 20 किलोग्राम कछुए के शरीर के अंग, 14 मॉनिटर छिपकली, 8 सांप, 4 मैना पक्षी और 2 विदेशी पक्षियों सहित तस्करी किए गए वन्यजीव और जानवरों के अंगों की पर्याप्त मात्रा बरामद की गई।
पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने कहा, एक नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत करते हुए आरपीएफ/ पूर्व रेलवे, रेलवे संरक्षा की सुरक्षा और यात्रियों एवं हितधारकों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए अपने आदेशों को पूरा करने के लिए अपनी निरंतर सफलता और अटूट समर्पण को लेकर आश्वस्त है। नवाचार, सहयोग और दृढ़ता के माध्यम से, आरपीएफ नए मानक स्थापित करना जारी रखेगा और रेलवे के संरक्षा और सुरक्षा में उत्कृष्टता की दिशा में प्रयास करेगा।