भारतीय जनता पार्टी ही नहीं बल्कि उसके सहयोगी पार्टियों में भी भ्रष्टाचार और परिवारवाद कूट-कूट कर भरा हुआ – शत्रुघ्न सिंहा
आसनसोल । आसनसोल लोकसभा केंद्र के लिए जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है। तृणमूल कांग्रेस की तरफ से प्रचार की तीव्रता को और बढ़ाया जा रहा है। समाज के हर वर्ग तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। ताकि टीएमसी प्रत्याशी शत्रुघ्न सिन्हा को एक बार फिर से इस लोकसभा केंद्र से जीत हासिल हो सके। इसी क्रम में शनिवार आसनसोल के रवींद्र भवन में आसनसोल लोकसभा क्षेत्र के आदिवासी समाज के लोगों को लेकर पश्चिम बर्दवान तृणमूल कांग्रेस की तरफ से एक चुनावी सभा की गई। इस चुनावी सभा में टीएमसी प्रत्याशी शत्रुघ्न सिन्हा के अलावा मंत्री मलय घटक, आसनसोल नगर निगम के चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी, एमएमआईसी गुरुदास चटर्जी, आसनसोल नगर निगम के उत्तर विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न वार्डों के पार्षद तथा पश्चिम बर्दवान जिला तृणमूल कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे। मौके पर अपना वक्तव्य रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भारतीय जनता पार्टी पर करारा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी विपक्षी पार्टियों पर भ्रष्टाचार और परिवारवाद का आरोप लगाते हैं। जबकि सच्चाई यह है की सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार और परिवारवाद अगर कहीं है तो वह भारतीय जनता पार्टी में है। उन्होंने कहा कि सिर्फ भारतीय जनता पार्टी ही नहीं बल्कि उनके सहयोगी पार्टियों में भी भ्रष्टाचार और परिवारवाद कूट-कूट कर भरा हुआ है। उन्होंने इलेक्टोरल बॉन्ड का हवाला देते हुए कहा कि कुछ विशेषज्ञों के अनुसार पूरे विश्व में इससे बड़ा घोटाला आज तक नहीं हुआ है। लेकिन इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खामोश हैं। उन्होंने मोदी को एक बार फिर प्रधानमंत्री के बजाय प्रचार मंत्री बताया। उन्होंने कहा कि वह सिर्फ प्रचार में लगे हुए हैं। हर छोटी से छोटी बात का वह प्रचार करते हैं। उन्होंने इस बात पर हैरानी जताई कि अगर वह इतना प्रचार करते हैं तो असल काम कब करते हैं। शत्रुघ्न सिन्हा कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर वह असलियत में काम करते तो लोगों को बरगलाने के लिए इतना प्रचार करने की आवश्यकता नहीं होती। वहीं मंत्री मलय घटक ने कहा कि इससे पहले पश्चिम बंगाल में 34 सालों तक वामपंथियों का राज था। उस दौरान आदिवासी बहुल इलाकों में वामपंथी एक तरफा तरीके से जीता करते थे। लेकिन उस दौरान आदिवासी समाज के विकास के लिए कोई काम नहीं किया गया। उनको सिर्फ वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया गया। लेकिन जब से राज्य में ममता बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी की सरकार बनी है। तब से आदिवासी समाज के कल्याण के लिए विभिन्न परियोजनाएं शुरू की गई है। उन्होंने सभा में उपस्थित आदिवासी समाज के लोगों से अनुरोध किया की ममता बनर्जी के हाथों को मजबूत करने के लिए और केंद्र में एक ऐसी सरकार बनाने के लिए जो आदिवासियों के बारे में सोचें टीएमसी प्रत्याशी शत्रुघ्न सिन्हा के समर्थन में मतदान करें। उन्होंने वर्तमान केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि उनकी नीतियां आदिवासी समाज विरोधी हैं।