उखड़ा में होती है बोधन दुर्गापूजा का आयोजन
अंडाल । उखड़ा स्थित पाठक पाड़ा के सुर साधना छऊ नृत्य अकादमी में एक अक्टूबर को बोधन दुर्गापूजा का आयोजन किया गया। संगठन के सचिव आर्चिस्मान पाल ने कहा कि पूजा पिछले चार साल से हो रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार पूजा में कोई पुजारी नहीं होता है। संस्थान के छात्र पिछले चार वर्षों से इस पूजा को आयोजित कर रहे हैं।
क्योंकि वे दुर्गापूजा के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों में व्यस्त हैं। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी बोधन दुर्गापूजा को कोविड स्थिति के नियमों और पूजा के सभी अनुष्ठानों के अनुसार मनाया जा रहा है। रामचंद्र ने सोचा कि वह जीटा अष्टमी पर मां दुर्गा की पूजा करेंगे लेकिन बारिश के कारण वह देवी की पूजा नहीं कर सके क्योंकि उस समय उन्हें 108 कमल के फूल
नहीं मिले थे। इसलिए वे 15 दिनों तक देवी की पूजा करने के लिए जीटा-अष्टमी के दिन से मां बोधन लाए थे। बंगालियों ने 15 दिन पहले रिवाज के अनुसार देवी की पूजा शुरू कर दी थी। लेकिन यहां देवी जोगमाया की पूजा जीतल अष्टमी के आठवें दिन पांच दिनों तक की जाती है।