शत्रुघ्न सिन्हा का इस बार शहर में स्थायी ठिकाना होगा
आसनसोल । उन्हें दो साल के कार्यकाल के लिए चुना गया था। संसद क्षेत्र में कोई स्थायी निवास नहीं है। इस बार वे पूर्णकालिक निर्वाचित हुए। शत्रुघ्न सिन्हा आसनसोल के लिए काम करेंगे या नहीं यह कई स्थानीय लोगों का सवाल है। विरोधियों का व्यंग्य है कि ‘बाहरी’ उम्मीदवार की जीत से विकास में गिरावट आएगी। हालांकि, तृणमूल का दावा है कि शत्रुघ्न की योजना अगले पांच साल तक अपने संसदीय क्षेत्र में रहने की है। उनके लिए घर की तलाश शुरू हो गई है। गुरुवार तक शत्रुघ्न का आसनसोल में कोई स्थायी पता नहीं था। 2022 में सांसद बनने के बाद से इस बार चुनाव नतीजे आने तक वे जब भी क्षेत्र में आए तो कभी अड्डा गेस्ट हाउस में रुके, तो कभी किसी लग्जरी होटल में। इन दोनों स्थानों तक आम निवासियों की पहुंच नहीं थी। परिणामस्वरूप, कई लोगों ने शिकायत की कि दो वर्षों तक आवश्यकता पड़ने पर सांसदों से संपर्क नहीं किया जा सका। इसे लेकर तृणमूल के कई जमीनी नेता और कार्यकर्ता भी नाराज हैं। थोड़े समय के लिए सांसद के रूप में उपचुनाव जीतने के बाद पार्टी का जिला नेतृत्व स्थिति को संभालने में सक्षम था। लेकिन इस बार वह पूर्णकालिक सांसद बन गये। इसलिए उन्हें आसनसोल में ही स्थायी निवास मिलना चाहिए, ऐसी मांग पार्टी के भीतर से ही उठती रही है। पार्टी का जिला नेतृत्व भी सेवा की जरूरत के लिए इसे जरूरी मानता है। शत्रुघ्न के क्षेत्र में नहीं रहने पर बीजेपी ने पहले ही प्रचार शुरू कर दिया है। उनका दावा है कि पहली बार सांसद बनने के बाद बाबुल सुप्रिया ने आसनसोल के महिशिला में घर खरीदना शुरू कर दिया था। आखिरी दिन तक सांसद का यही स्थायी पता था। बीजेपी के जिला अध्यक्ष बप्पा चट्टोपाध्याय ने दावा किया, ‘शहर के लोग अपनी जरूरतों के लिए सीधे सांसदों से मिल पाते हैं। लेकिन पिछले दो साल में ऐसा नहीं हुआ। क्या इस बार बदलेंगे हालात? सीपीएम नेता पार्थ मुखोपाध्याय ने दावा किया कि अगर कोई स्थानीय सांसद होता तो यह समस्या नहीं होती। उन्होंने कहा, ”निधि का पैसा खर्च करना सांसदों का एकमात्र काम नहीं है। लोगों की जरूरतों को समझना और शहरवासियों के साथ खड़ा होना और भेदभाव के खिलाफ आंदोलन करना भी जरूरी है। वर्तमान सांसद कुछ नहीं कर सकते, क्योंकि उनका आसनसोल में कोई स्थायी पता नहीं है। हालांकि, तृणमूल जिला अध्यक्ष नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती ने प्रतिवाद करते हुए कहा कि घबराने की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि अगले पांच साल तक शत्रुघ्न का स्थायी पता आसनसोल होग। बंगले के लिए एक आवेदन आईएससीओ अधिकारियों को प्रस्तुत किया गया है। उन्होंने दावा किया कि सांसद का कार्यालय और आवास वहीं रहेगा।