ब्रिटेन के लीड्स में दंगे : वोट के लिए तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले को रोकना होगा – सुरेन जालान
आसनसोल । जबसे इनकी उत्पत्ति हुई है, इतिहास ही इनका गवाह रहा है। सूरज न डूबने वाली बात कहने वाले एवं संविधान और लोकतंत्र की गवाही देने वाले ब्रिटेन जैसे राज्य के लीड्स में बीते दिन 18 जुलाई को जो दंगे हुए है। वह अत्यंत ही चिंताजनक है। जिन्हें गरीब, असहाय एवं शरणार्थी समझकर बसाने की दया की गयी थी। आज वही शरणार्थी शहर में बहुसंख्यक बनकर वहां के मूल निवासियों एवं दूसरे धर्म को मानने वाले लोगों पर किस तरह से आगजनी एवं दंगे कर रहे है। इन्होंने वहां की शांति भंग कर दी एवं राष्ट्र की संपत्ति का नुकसान किया है। इन दंगा बाजो के सामने प्रशासन भी अपने घुटने टेकने पर मजबूर हो गई है। यह दयनीय अवस्था फ्रांस में भी देखी जा रही है। उक्त बाते आसनसोल के व्यवसायी सुरेन जालान ने कही। उन्होंने कहा कि भारत में इनका उपयोग वर्षों से वोट बैंक की राजनीतिकरण के लिए किया जा रहा है। कुछ विपक्षी नेता इनका पूरा-पूरा साथ दे रहे हैं। यह अत्यंत ही सोचनीय विषय है। हम समस्त भारतवासियों के लिए।यह दूध देने वाले नहीं बल्कि जहर उगलने वाले उग्रवादी हैं। हमें अपने एवं अपने परिवार की सुरक्षा के लिए, अपने राष्ट्र की सुरक्षा के लिए एवं मासूम सैनिकों के परिवार के लिए, यह अत्यंत ही गंभीर एवं सोचनीय विषय बनता जा रहा है। खासतौर से कैप्टन ब्रजेश थापा के परिवार के साथ जो हुआ। इससे बड़ी घटना ओर कोई नहीं हो सकती। हम 2 मिनट ब्रजेश थापा जी को श्रद्धांजलि दे सकते हैं। उन्हें शहीद का दर्जा दे सकते हैं। मगर वोट के लिए तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले को नहीं रोक सकते। क्या यही हमारा सच्चा लोकतंत्र और संविधान है। ब्रिटेन में आज से दो दशक पहले मैनचेस्टर में क्रिकेट वर्ल्ड कप खेल के दौरान भारत की जीत पर दंगा बाजों ने पेंट की चैन खोलकर अपना प्राइवेट पार्ट सभी भारतीय दर्शक प्रेमियों को दिखाया था। उस दिन की घटना बर्दाश्त करने के पश्चात आज किस तरह 20 वर्षों बाद उसी राष्ट्र में उनकी संपत्ति एवं मूल नागरिकता पर नंगा नाच हो रहा है।