सेल आईएसपी मॉडर्नाइजेशन प्रोजेक्ट : दुर्गापूजा बाद शुरू होगा कार्य, 35000 करोड़ का होगा निवेश
बर्नपुर । बर्नपुर में सेल आईएसपी को आधुनिक बनाने की योजना ली गई है। प्रस्तावित आधुनिकीकरण कुल 35,000 करोड़ रुपए की लागत से किया जाएगा। इस आधुनिकीकरण में फैक्ट्री विस्तार की योजनाए भी शामिल हैं। पूरे मामले पर मंगलवार को बर्नपुर स्थित भारती भवन में जनसुनवाई का आयोजन किया गया। आज की इस जन सुनवाई में फैक्ट्री के अधिकारियों ने कहा कि इस प्रस्तावित आधुनिकीकरण के बाद सेल आईएसपी की कुल इस्पात उत्पादन क्षमता बढ़कर 7.1 मिलियन टन हो जाएगी। फिलहाल इस फैक्ट्री की स्टील उत्पादन क्षमता 30 लाख टन है। कारखाने के विस्तार के साथ-साथ आधुनिकीकरण के माध्यम से कारखाने की उत्पादन क्षमता को 4 मिलियन टन तक बढ़ाया जा रहा है। आज की जनसुनवाई में प्रोजेक्टर के माध्यम से यह कार्य कैसे किया जायेगा, इसे विस्तार से दिखाया गया है। फैक्ट्री अधिकारियों और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने प्रदूषण को रोकने के लिए उठाए गए कदमों, फैक्ट्री से सटे क्षेत्र में हाल के विकास कार्यों, रोजगार, प्रशिक्षण के बारे में जानकारी दी।
सेल आईएसपी : प्रदूषण रोकने पर खर्च होंगे 1600 करोड़
इस दिन बताया गया कि 35 हजार करोड़ की लागत से आधुनिकीकरण और विस्तार की योजना ली गयी है। उसमें से 1613.50 करोड़ रुपये प्रदूषण रोकने पर खर्च किए जायेंगे। जिसमें से 1 हजार करोड़ रुपये प्लांट से होने वाले वायु प्रदूषण को रोकने के लिए खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा, जल प्रदूषण की रोकथाम, जल संरक्षण और दूषित पानी के पुन: उपयोग के लिए 250 करोड़ रुपये, ऊर्जा संरक्षण के लिए 50 करोड़ रुपये, पौधारोपण के लिए 9 करोड़ रुपये, वर्षा जल संचयन और प्रदूषण निगरानी के लिए 7.5 करोड़ रुपये और प्रयोगशालाएँ नियंत्रण के लिए 30 करोड़ रुपये रखे गए हैं। पूरे मामले को आज जनसुनवाई में प्रोजेक्ट के माध्यम से दिखाने के बाद सामाजिक सुरक्षा उत्तरदायित्व योजना या सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) के तहत नियुक्त श्रमिकों के प्रशिक्षण, रोजगार, स्कूल विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि से संबंधित जानकारी देने की बात कही गई है। फैक्ट्री अधिकारियों द्वारा. इस दिन फैक्ट्री के अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया कि मंच के आधुनिकीकरण या विस्तार के लिए किसी भी जमीन का अधिग्रहण नहीं किया जाएगा। यह काम बर्नपुर शहर या उसके आसपास फैक्ट्री की अपनी जमीन पर किया जाएगा। जनसुनवाई दिवस पर उपस्थित आमजनों से उनके क्षेत्र की समस्याओं एवं सुझावों के बारे में जानकारी ली गयी। इस चर्चा के दौरान कई लोगों ने सीएसआर के तहत आईएसपी के 5 किलोमीटर के दायरे में विकास, सामुदायिक भवन, पेयजल, स्ट्रीट लाइटिंग, जर्जर सड़कों का निर्माण और नौकरियों में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता देने की मांग की। वहीं, आज की जनसुनवाई में आदिवासियों की आबादी वाले क्षेत्र बर्नपुर के कुछ लोगों ने सरकार पर पिछली आधुनिकीकरण और विस्तार योजना में जमीन अधिग्रहण कर रोजगार नहीं देने का आरोप लगाया। इस शिकायत के जवाब में फैक्ट्री के कार्यकारी निदेशक (प्रोजेक्ट) सुरजीत मिश्रा ने कहा कि समस्या का जल्द ही समाधान कर लिया जाएगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी के सुझावों को गंभीरता से लिया जाएगा और कार्रवाई की जाएगी। साथ ही भूमि अधिग्रहण के बाद नौकरियां नहीं मिलने के संबंध में उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध करायी गयी सूची के अनुसार नौकरियां दी गयी। कइयों को उम्र के कारण उस समय नौकरी नहीं मिली होगी। इस संबंध में न तो आईएसपी और न ही सेल आईएसपी अधिकारियों ने किसी के प्रति कोई पक्षपात दिखाया है। आज की जनसुनवाई में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड इंजीनियर सुदीप भट्टाचार्य, पश्चिम बर्दवान जिले के भूमि और भूमि राजस्व विभाग के अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरण्य बंदोपाध्याय, सेल आईएसपी के कार्यकारी निदेशक (एचआर) यूपी सिंह उपस्थित थे। जनसुनवाई में सभी ने भारी धनराशि निवेश कर फैक्ट्री को आधुनिक बनाने की योजना का स्वागत किया और पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। संयोग से बताया जा रहा है कि बर्नपुर सेल आईएसपी फैक्ट्री के आधुनिकीकरण का यह काम इस साल दुर्गा पूजा के बाद शुरू होगा।