आसनसोल नगर निगम की पूर्व भाजपा पार्षद आशा शर्मा की मानविक पहल
आसनसोल । हमारे आसपास ऐसे कई लोग हैं जिनका इस दुनिया में कोई नहीं होता वह बिलकुल अकेले रहते हैं। न तो जीते जी उनकी कोई खबर लेता है और न ही मरने के बाद ही उनके शव को वह सम्मान मिलता है जिसका कि वह हकदार होते है। आसनसोल के दक्षिण थाना के पास रहने वाली शांति शर्मा ऐसी ही एक बदनसीब महिला थी जिनका इस दुनिया में कोई नहीं था। हाल ही में उनकी मौत हो गयी थी। परिवार में कोई भी न होने से आस पड़ोस के लोगों ने मिलकर किसी तरह से उनका
अंतिम संस्कार तो कर दिया लेकिन धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार बात जब श्राद्ध का आयोजन करने की आई तो सबने हाथ खींच लिए। दरअसल कोरोना काल में पिछले दो सालों की आर्थिक समस्याओं ने सबको आर्थिक रुप से मजबूर कर दिया है।ऐसे में जब लगने लगा था कि शायद शांति शर्मा का श्राद्ध नहीं हो पाएगा। आसनसोल नगर निगम की पूर्व भाजपा पार्षद आशा शर्मा ने एक पहल की। घटना की जानकारी मिलते ही आशा शर्मा ने फैसला लिया कि दिवंगत शांति शर्मा के श्राद्ध की पूरी जिम्मेदारी वह लेंगी। इस फैसले को अमलीजामा पहनाते हुए उन्होंने शांति शर्मा के श्राद्ध की पूरी व्यवस्था करवाई। इतना ही नहीं आशा शर्मा ने कहा कि भविष्य में भी वह इस तरह के कार्य करती रहेंगी। स्थानीय लोगों ने आशा शर्मा के इस कार्य की मुक्तकंठ से प्रशंसा किया।