शादी की सालगिरह पर दंपति ने मानवता की मिसाल पेश की
सालानपुर । अक्सर हम इस बात पर दु:ख जताते हैं कि आजकल इंसानियत दम तोड़ती जा रही है। लेकिन पति पत्नी की जोड़ी मिथुन दास और चैताली दास ने मानवता की मिसाल पेश की। पांडवेश्वर इलाके के रहने वाले मिथुन दास और उनकी पत्नी चैताली दास परिवार और दोस्तों के साथ अपनी शादी की 14वीं सालगिरह मनाने मैथन पंहुचे। जहां उनकी नजर एक असहाय और मानसिक रूप से असंतुलित युवक विश्व बाउरी पर पड़ी। यह युवक एक महीने पहले उनके पड़ोस से गायब हो गया था। जैसे ही उन्होने उसे सड़क पर देखा, उन्होंने फौरन पड़ोस के क्लब और उसके परिवार को सूचित किया। साथ ही कल्याणेश्वरी फांड़ी को भी सूचना दी गई। अपने लापता बेटे की खबर सुनते ही विश्व बाउरी की बूढ़ी मां अशोका बाउरी और क्लब के लड़के तुरंत पांडवेश्वर से कार करके मैथन आ गए। पुलिस और दंपत्ति ने मिलकर युवक को उसकी मां के हवाले कर दिया। लड़के को वापस पाकर मां ने दंपति को तहेदिल से आशीर्वाद दिया। पता चला है कि उनके पति नहीं है। एक बेटा है वह भी मानसिक रूप से असंतुलित है। उन्होंने कहा कि विश्व बाउरी पांडवेश्वर में एक मीट की दुकान में काम करता था, लेकिन लॉकडाउन में उसकी नौकरी चली गई जिससे वह मानसिक रुप से बीमार हो गया । उनके पास इतने पैसे भी नहीं कि उसका इलाज करा सकें। मामले के संदर्भ में मिथुन दास ने कहा कि वे आज अपने परिवार और दोस्तों के साथ शादी की सालगिरह पर मैथन आए थे। संयोग से सुबह ही पड़ोस के कुछ लड़कों ने उनको फोन पर बताया कि विश्व बाउरी कई महीनों से गायब है। उसका कोई पता नहीं चल रहा है। उन्होंने कहा कि अगर कहीं मिल जाए तो बता देंगे। लेकिन भगवान की महिमा वह सड़क पर दिख गया। मैथन में एक चाय की दुकान पर जाकर मैने उससे पूछा कि क्या वह मुझे पहचानता है तो उसने हां कहा। इसके बाद स्थानीय लोगों और चाय की दुकान के मालिक के सहयोग से और पुलिस प्रशासन की मदद से विश्व बाउरी के परिवार को खबर भेजी गई। मुझे बहुत खुशी है कि आज के इस खूबसूरत दिन पर एक महीने से बिछड़ा बेटा अपनी मां से मिल गया। उनकी शादी की सालगिरह सफल हो गई।