अवैध कोयला खनन के दौरान धंसान, 20 के फंसे होने की आशंका, 7 शव बरामद
धनबाद । झारखंड में मंगलवार सुबह ईसीएल और बीसीसीएल की तीन अलग-अलग खदानों के ओसीपी में अवैध कोयला खनन के दौरान धंसान होने से 20 लोगों के दबने की आशंका बतायी जा रही है। वहीं सात लोगों की शव बरामद कर लिया गया है। ईसीएल के मुग्मा क्षेत्र के गोपीनाथपुर और कापसरा और बीसीसीएल के क्षेत्र 12 चांस विक्टोरिया के रबिनसिंदरी दहिबारी हैं। तीनों खदानें झारखंड के निरसा थाना क्षेत्र में आती हैं। तीन घटनाओं में कोयला खदान के नीचे दबने से कुल 20 लोगों के दबने की आशंका है। इनमें गोपीनाथपुर से आज शाम छह बजे तक सात शव बरामद किए गए। वहां अभी भी 13 लोगों के फंसे होने की आशंका है। हालांकि निरसा पुलिस ने गोपीनाथपुर में हुई घटना को स्वीकार किया है। पता चला है कि झारखंड में बीसीसीएल द्वारा बंद की गई रावणसिरी खदान की दहीबारी में बड़ी संख्या में लोग अवैध रूप से कोयला काटने आते है। कोयला काटते समय कोयले की चाल टूट कर गिर गई। बाद में पता चला कि एक ही समय में दो और जगहों कापसारा और गोपीनाथपुर में भी यही घटना हुई। आरोप है कि सुबह 11 बजे तक पुलिस, प्रशासन और ईसीएल की ओर से गोपीनाथपुर में कोई नहीं आया। बाद में ईसीएल की माइनस रेस्क्यू टीम गोपीनाथपुर में एक साथ तीन घटनाओं की सूचना देने के लिए मौके पर पहुंची। बाद में निरसा थाना की पुलिस आई। खबर मिलते ही निरसा के पूर्व विधायक अरूप चट्टोपाध्याय मौके पर पहुंच गए। अरुप चटर्जी के अनुसार इस दिन तीन खनन क्षेत्रों में अवैध रूप से कोयला काटने के दौरान हुए भू धंसान में कुल 20 लोगों की दबने की आशंका है। बाद में स्थानीय भाजपा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता मौके पर पहुंची। उन्होंने घटना के लिए ईसीएल अधिकारियों की लापरवाही को भी जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने मांग की कि अधिकारियों को यह देखना चाहिए कि बाहरी लोग खदान में प्रवेश क्यों करते हैं, भले ही उनके पास सीआईएसएफ या ईसीएल सुरक्षा गार्ड हों। धनबाद जिला पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) रेशमा रामसन और निरसा एसडीपीओ पीताम्बर खेवर ने कहा कि आज शाम गोपीनाथपुर से सात शव बरामद किए गए हैं। उनकी पहचान का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। ईसीएल की ओर से अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। हालांकि पुलिस अपने स्तर पर जांच कर रही है। दूसरी ओर, ईसीएल के मुग्मा एरिया के जीएम पीके सिंह से संपर्क नहीं हो सका है।