रानीगंज मारवाड़ी रिलीफ सोसाइटी अस्पताल के सामने सीटू के बैनर तले वेतन समझौता को लेकर प्रदर्शन
रानीगंज । रानीगंज मारवाड़ी रिलीफ सोसाइटी अस्पताल के सामने कर्मचारियों ने सीटू के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया। विभिन्न मांगों के साथ वेतन समझौता तत्काल लागू करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि किसी का वेतन 2 हजार है तो किसी का वेतन 5 हजार है। उन्होने मांग किया कि बाजार मूल्य के अनुसार, वेतन तय किया जाए। इस संबंध में सीटू नेता प्राण माझी ने कहा कि हर वर्ष उनका वेतन समझौता होना चाहिए। लेकिन आखरी वेतन समझौता वर्ष 2020 में हुआ था। पूरा का पूरा वर्ष 2021 पार हो गया। वर्ष 2022 की जनवरी भी चली गई लेकिन अभी तक नया समझौता नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि महंगाई के इस दौर में इस अस्पताल में स्थायी, अस्थायी कुल मिलाकर 120 कर्मचारियों को नाममात्र वेतन पर नौकरी करनी पड़ती है। किसी का वेतन 3 हजार है तो किसी का 5 हजार रुपया है। इस महंगाई के दौर में इतने कम पैसों में घर चलाना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रबंधन को वेतन समझौता लागू करने में कोई दिलचस्पी नहीं है। इससे पहले दो बार इस संदर्भ में बैठक हुई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। प्राण माजी ने कहा कि अगर जल्द ही इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया तो वह सीटू के बैनर तले बड़े पैमाने पर आंदोलन करने को बाध्य रहेंगे। वहीं उक्त अस्पताल के असिस्टेंट मैनेजर संतोष कुमार सिंह ने कहा कि इससे पहले जो बैठक हुई थी। उनमें हुई आलोचना पर श्रमिक संगठन का पक्ष रखने के लिए प्राण माजी को कहा गया था। लेकिन अब तक प्राण माजी की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर जवाब प्राण माझी को देना होगा कि श्रमिक संगठन आखिर चाहता क्या है। उन्होंने कहा कि मारवाड़ी रिलीफ सोसायटी प्रबंधन प्राण माजी के साथ बैठकर इस पर चर्चा करना चाहता है। लेकिन प्राण माजी की तरफ से ही कोई जवाब नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि प्राण माजी को मारवाड़ी रिलीफ सोसायटी अस्पताल प्रबंधन के साथ मिलकर चर्चा कर इस समस्या का हल निकालने की जरूरत है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि प्रबंधन के साथ प्राण माजी को अकेले ही बैठक करनी होगी।