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अजय नदी में स्नान करने के दौरान किशोर नदी में डूबा, तलाश जारी

पांडवेश्वर । शनिवार साढ़े 10 बजे पांडवेश्वर स्थित अजय नदी में स्नान करने के दौरान केंद्रा डोम पाड़ा निवासी अनिमेष बाद्यकर(12) के डूब गया। स्थानीय लोगों ने दुर्घटना का आरोप अवैध बालू खनन को करार दिया। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, पांडवेश्वर केंद्रा डोम पाड़ा निवासी अनिमेष बाद्यकर अपने मित्रों के साथ पांडवेश्वर अजय नदी के किनारे मेटल धौड़ा घाट पर स्नान करने गया था। जब वह स्नान के लिए नीचे गया तो अनिमेष अचानक डूब गया। किशोर‌ को बचाने के लिए इलाके के लोग नदी के किनारे पहुंचे। इसकी जानकारी पांडवेश्वर थाना की पुलिस और बीरभूम जिला के खैराशोल थाना की पुलिस को दी गयी। लागभग 7 घंटे बीत चुके हैं। लेकिन किशोर का अभी तक कोई अता पता नहीं चल पाया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि बीरभूम जिला के बालू व्यापारियों और पश्चिम बर्दवान जिला के पांडवेश्वर के बालू व्यापारियों द्वारा अवैध रूप से बालू निकालने के कारण यह दुर्घटना हुई। दुर्घटना की खबर मिलते ही केंद्रा तृणमूल कांग्रेस की नेता जमुना धीवर मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि जो लोग इस बालू व्यापारी से जुड़े हैं। उनको इसे देखना होगा। उन्होंने प्रशासन से कार्रवाई करने को भी कहा। उन्होंने यह भी कहा कि इस घटना की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए। इस घटना से केंद्रा क्षेत्र में मातम छा गया है। इस संदर्भ में स्थानीय निवासी साधन दास ने कहा कि इस इलाके में बीरभूम और पश्चिम बर्दवान दोनों उस जगह के बालू कारोबारी अवैध तरीके से बालू का उत्खनन करते है। जिस वजह से इस तरह के हादसे हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि न तो राज्य सरकार और न ही केंद्र सरकार इस पर नकेल लगाने में कोई दिलचस्पी ले रही है। उन्होंने इस अवैध कारोबार पर तुरंत नकेल लगाने की मांग की। वहीं एक नकसल नेता सुनील मंडल ने कहा कि अवैध बालू उत्खनन की वजह से ही यह हादसा हुआ। उन्होंने कहा कि बालू माफियाओं के साथ तृणमूल कांग्रेस के नेताओं की सांठगांठ है। पुलिस भी इसमें लिप्त है। यही वजह है की इस अवैध कारोबार पर नकेल कसी नहीं जा रही है। उन्होंने कहा कि इन बालू कारोबारियों के खिलाफ कोई कुछ बोल नहीं सकता। क्योंकि उनके खिलाफ बोलने से ही उन पर देशद्रोह का मामला दर्ज कर दिया जाएगा। वहीं मृतक के चाचा दीपक बाद्यकर ने कहा कि उनका भतीजा चला गया हो सकता है। भविष्य में और भी बच्चों की यही परिणति न हो। उन्होंने इसके लिए बालू के अवैध कारोबार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि बालू कारोबारी 40-50 फुट गहरा गड्ढा खोद देते हैं। जिससे इस तरह के हादसे हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज से 5-10 साल पहले तो ऐसी घटना नहीं होती थी। लेकिन जब से बालू का अवैध कारोबार अपने उरुज पर पंहूच गया है। इस तरह के हादसे हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनका भतीजा अपने दोस्तों के साथ नदी में स्नान करने आया था।

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