रानीगंज में दामोदर नदी से बालू उठाने को लेकर विधायक तापस बनर्जी ने जिलाधिकारी को लिखा पत्र

रानीगंज । पश्चिम बर्दवान जिला के रानीगंज के लोगों ने दामोदर नदी के किनारे क्षेत्र से बड़े पैमाने पर बालू निकासी के कारण काफी संकट में हैं। क्षेत्र के निवासियों ने पहले ही सार्वजनिक रूप से इस मामले पर हस्ताक्षर अभियान चलाया है। पश्चिम बर्दवान के जिलाशासक एस अरुण प्रसाद और रानीगंज विधायक सह आसनसोल दुर्गापुर उन्नयन परिषद(एडीडीए) के चेयरमैन तपस बनर्जी को सूचित किया है। इस संबंध में सोमवार को तापस बनर्जी ने पश्चिम बर्दवान के जिला शासक को पत्र लिखकर दामोदर नदी से बड़े ट्रकों में बालू की तस्करी और क्षेत्र में सड़कों को नष्ट करने के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा। तिराट ग्राम पंचायत विशेषकर हरभंगा क्षेत्र के सैकड़ों निवासियों ने लिखित में शिकायत की है कि तिराट क्षेत्र के दामोदर से बालू निकालने से जन स्वास्थ्य तकनीकी विभाग या पीएचई की पानी की लाइन में पानी नहीं चढ़ रहा है और जो पानी चढ़ रहा है वह पीने योग्य नहीं है। क्योंकि मशीन से भारी मात्रा में बालू निकाली जा रही है। वहीं हाड़भांगा नुनिया पुल पर 10 टन से अधिक वजन के वाहन पुराने होने के कारण टूटा हुआ। नुनिया पुल कभी भी गिर सकता है। लेकिन चूंकि इन बड़े बालू ट्रकों का वजन 15/16 टन है, अगर यह पुल किसी भी दिन गिर जाता है, तो गांव के गांव बड़े खतरे में पड़ जाएंगे। आखिर तिराट से सड़क तो खराब ही नहीं हो रही है, ऐसे में एक दिन बड़ा हादसा भी हो सकता है। शिकायत पर हस्ताक्षर करने वाले ग्रामीणों में स्थानीय पंचायत सदस्य मलय मंडल भी शामिल थे। इस संदर्भ में विधायक तापस बनर्जी ने कहा कि जिस तरह से बालू निकाला जा रहा है। इससे जैसे पीने का पानी ठीक से नहीं मिलेगा, वैसे ही पंचायत एवं ग्राम विकास विभाग द्वारा बनाई गई सड़कें जर्जर हो जाएंगी। स्वाभाविक रूप से, मैंने क्षेत्र के निवासियों के शिकायत पत्र के साथ जिला शासक को लिखित में मामले की सूचना दी। एक कर्मचारी से इस आरोप के बारे में पूछा गया कि कंपनी नदी से कचरा निकालने के नाम पर बालू निकाल रही है। उन्होंने फोन पर कहा, कुछ नहीं कहा जा सकता। वहीं दामोदर नदी पर कालाझरिया के पास कचरा एकत्र करने के लिए एक निजी कंपनी को कमीशन दिया गया है। उन्होंने शिकायत की कि कुछ स्थानीय ग्रामीण हमसे बड़ी रकम वसूलने की कोशिश कर रहे हैं। हमने हीरापुर थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। इस दौरान ग्रामीणों ने प्रतिवाद किया कि रात के अंधेरे में नदी से बालू की तस्करी के नाम पर बालू की तस्करी की जा रही है। इसका गांव के लोगों ने विरोध किया। क्योंकि अब नदी से बालू ले जाना मना है। तभी से गांव वालों और उस निजी कंपनी के कर्मचारियों के बीच विवाद चल रहा है। जो पुलिस थाने तक पंहुच गई। बताया जा रहा है कि शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है।