आज का पंचांग 26 मार्च 2023: चैत्र नवरात्रि का पांचवा दिन, सूर्य पूजा से होगी उन्नति, जान लें मुहूर्त, राहुकाल, दिशाशूल
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दिल्ली । आज का पंचांग 26 मार्च 2023: आज चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है. आज चैत्र नवरात्रि का पांचवा दिन है. आज स्कंदमाता की आराधना करते हैं. स्कंदमाता भगवान कार्तिकेय की माता हैं. भगवान कार्तिकेय को स्कंद कुमार कहते हैं. तारकासुर के वध के लिए भगवान शिव के प्रथम पुत्र का जन्म हुआ था क्योंकि तारकासुर को शिव पुत्र के हाथों ही मृत्यु का वरदान प्राप्त था. उस समय माता सती के आत्मदाह के बाद भगवान शिव कई वर्षों से ध्यान में लीन थे. उनके वैरागी होने से उनकी संतान कैसे होती? इस वजह से तारकासुर ने ऐसा वरदान मांगा था. न शिव का विवाह होगा और न ही उनकी कोई संतान होगी. लेकिन बाद में भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ और फिर शिव पुत्र के हाथों तारकासुरमारा गया. आज चैती छठ का खरना है. आज से व्रती 36 घंटे का व्रत रखेंगे और कल शाम को सूर्य को अर्घ्य देंगे. आज रविवार का दिन सूर्य देव की पूजा का है. आज आप प्रात: स्नान के बाद सूर्य देव को जल दें. जिनकी कुंडली में सूर्य कमजोर है, उनको तो प्रतिदिन स्नान के बाद सूर्य को जल अर्पित करना चाहिए. इससे सूर्य मजबूत होगा और उसका दुष्प्रभाव कम होगा. सूर्य के मजबूत होने से करियर में उन्नति होगी. राजनीति के क्षेत्र में बड़ा पदा प्राप्त होता है. यश और कीर्ति बढ़ती है. आज सूर्य पूजा के बाद गेहूं, लाल फूल, घी, तांबा, लाल या नारंगी वस्त्र का दान कर सकते हैं. ऐसा करने से सूर्य का दोष दूर होता है. कार्यों में पिता का सहयोग प्राप्त होता है. पिता हमेशा मदद करते हैं. कार्यों में सफलता मिलती है. जो रविवार व्रत रखते हैं, वे आज नमक का सेवन न करें. आज के पंचांग से जानते हैं सूर्योदय, चंद्रोदय, शुभ मुहूर्त, शुभ योग, नक्षत्र, दिशाशूल, राहुकाल आदि.
26 मार्च 2023 का पंचांग
आज की तिथि – पंचमी आज का नक्षत्र – कृत्तिका आज का करण – बालव आज का पक्ष – शुक्ल आज का योग – प्रीति आज का वार – रविवार आज का दिशाशूल – पश्चिम
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय – 06:18:53 सूर्यास्त – 18:35:32 चन्द्रोदय – 09:09:59 चन्द्रास्त – 23:30:59 चन्द्र राशि– वृषभ
हिन्दू मास एवं वर्ष
शक सम्वत – 1944 शुभकृतविक्रम सम्वत – 2080 दिन काल – 12:16:38 मास अमांत – चैत्र मास पूर्णिमांत – चैत्र शुभ समय – 12:02:39 से 12:51:45 तक
अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त) दुष्टमुहूर्त: 16:57:18 से 17:46:25 तक कुलिक– 16:57:18 से 17:46:25 तक कंटक– 10:24:26 से 11:13:32 तक राहु काल– 17:03:27 से 18:35:32 तक कालवेला/अर्द्धयाम– 12:02:39 से 12:51:45 तक यमघण्ट– 13:40:52 से 14:29:59 तक यमगण्ड– 12:27:12 से 13:59:17 तक गुलिक काल– 15:31:22 से 17:03:27 तक













