आज का पंचांग 15 अप्रैल 2023: शनिवार व्रत और शनि पूजा से मिटेंगे कष्ट, जान लें शुभ मुहूर्त, योग, दिशाशूल, राहुकाल
दिल्ली । आज वैशाख कृष्ण दशमी तिथि है. शनिवार को साध्य योग बना है. आज शनि देव की पूजा और शनिवार व्रत का दिन है. शनि के उपाय से साढ़ेसाती और ढैय्या में राहत मिलती है. शमी पेड़ की पूजा भी फलदायी होती है. जानते हैं आज का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल, राहुकाल.
आज का पंचांग 15 अप्रैल 2023: आज वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि, साध्य योग और दिन शनिवार है. शनि देव की पूजा का सबसे अच्छा दिन है शनिवार. शनिवार व्रत और पूजा से शनि के कष्ट दूर होते हैं. उनकी महादशा में दुखों से राहत मिलती है. शनि की महादशा से कोई बच नहीं सकता है. जब शनि की दशा लगती है तो व्यक्ति को उसके कर्मों का फल प्राप्त होता है. शनि न्याय के देवता हैं, जो जैसा करता है, उसे वैसा ही फल मिलता है. गरीबों, माता-पिता, बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं के साथ गलत बर्ताव करने वालों पर उनकी वक्र दृष्टि रहती है. साढ़ेसाती और ढैय्या की दशा में व्यक्ति को उसके कर्म के अनुसार फल मिलते हैं. शनि जब खराब होता है तो कई संकते पहले से ही मिलने लगता है. यदि आपका वाहन बार बार खराब हो रहा है, जूते या चप्पल जल्दी टूट रहे हैं, कोर्ट केस में फंस गए हैं, ऐसे कुछ संकेत शनि से जुड़े माने जाते हैं. शनि देव की कृपा पाने के लिए शनिवार का व्रत रखना चाहिए. शनि देव की पूजा विधिपूर्वक करनी चाहिए. शराब, जुआ, चोरी, तामसिक वस्तुओं के सेवन आदि से दूरी बनाकर रखनी चाहिए. शनिवार को जरूरतमंद लोगों को भोजन, दवा, वस्त्र, जल, छाता, जूता-चप्पल आदि का दान करना चाहिए. मंदिर में जाकर छाया दान करने से भी साढ़ेसाती और ढैय्या में लाभ मिलता है. शनिवार को सरसों या तिल के तेल का दीपक जलाएं. शमी के पेड़ की पूजा करें. शनि कवच का पाठ करें. इससे आपके दुख दूर होंगे. आज के पंचांग से जानते हैं सूर्योदय, चंद्रोदय, शुभ मुहूर्त, शुभ योग, नक्षत्र, राहुकाल आदि.
15 अप्रैल 2023 का पंचांग आज की तिथि – वैशाख कृष्णपक्ष दशमीआज का नक्षत्र – श्रवणआज का करण – वणिजआज का पक्ष – कृष्णआज का योग – साध्यआज का वार – शनिवारआज का दिशाशूल – पूर्व
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय सूर्योदय – 06:19:00 AMसूर्यास्त – 07:00:00 PMचन्द्रोदय – 27:34:59चन्द्रास्त – 13:43:00चन्द्र राशि– मकर
हिन्दू मास एवं वर्ष
शक सम्वत – 1945
शुभकृतविक्रम सम्वत – 2080
दिन काल – 12:50:20
मास अमांत – चैत्र
मास पूर्णिमांत – वैशाख
शुभ समय – 11:55:49 से 12:47:11 तक
अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)
दुष्टमुहूर्त– 05:56:20 से 06:47:41 तक, 06:47:41 से 07:39:02 तक
कुलिक– 06:47:41 से 07:39:02 तक
कंटक– 11:55:49 से 12:47:11 तक
राहु काल– 09:29 से 11:04 तक
कालवेला/अर्द्धयाम– 13:38:32 से 14:29:54 तक
यमघण्ट– 15:21:15 से 16:12:36 तक
यमगण्ड– 13:57:48 से 15:34:05 तक
गुलिक काल– 06:19 से 07:54 तक