जिला में हत्या आम बात बन गई, हत्यारे आराम फरमा रहे है, इंसान व्यक्ति हो रहे परेशान – कृष्णा प्रसाद
आसनसोल। पूरे राज्य में कानून व्यवस्था चरमरा गई है। राज्य के पश्चिम बर्दवान जिला की स्थिति भी काफी भयावह बन गई है। जिला में एक के बाद एक हत्याएं हो रही है। पुलिस प्रशासन मौन साधे हुए है। उक्त बाते रविवार शिल्पांचल के विशिष्ट समाजसेवी सह व्यवसायी कृष्णा प्रसाद अपने आवासीय कार्यालय में पत्रकार सम्मेलन कर पत्रकारों को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कुछ बातों को लेकर प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश कर रहे है। उन्होंने मीडिया रिपोर्ट के आधार पर बताया कि बीते कुछ महीनों में जिस तरह से क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ताओं की एक के बाद एक हत्या की गई है। वह चिंताजनक है। पुलिस ने भी इस दिशा में कोई पहल नहीं कर रही है। कृष्णा प्रसाद ने कहा की मीडिया में यह बात आई है। इससे साफ जाहिर होता है कि स्थिति कितनी भयानक है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से एक के बाद एक भाजपा कार्यकर्ताओं और व्यापारियों की हत्या की गई है। उससे यह साफ जाहिर होता है कि क्षेत्र में कानून व्यवस्था की स्थिति कितनी हद तक गिर चुकी है। उन्होंने कहा कि वह एक सच्चे नागरिक है जो अपने वतन से और इस क्षेत्र से प्यार करते हैं। उन्होंने कहा कि जब कोरोना काल चल रहा था। लॉकडाउन लगाया गया था। उस समय उन्होंने खुद हजारों की संख्या में जरूरतमंद लोगों को भोजन सामग्री और जरूरत के अन्य सामग्रियां बांटी थी। उस वक्त आसनसोल के सांसद बाबुल सुप्रियो को भी देखा नहीं जा रहा था। वह भी यहां नहीं आ रहे थे। लेकिन उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बगैर लोगों की सेवा की और आज भी जो यह सारी बातें कह रहे हैं। वह चाहते हैं कि शिल्पांचल अपराध मुक्त हो और यहां के निवासी अच्छी तरह से अपनी जिंदगी बसर कर सकें। वहीं उन्होंने आसनसोल के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के बारे में भी कहा कि वह सम्मानीय व्यक्ति हैं। लेकिन यह भी सच्चाई है कि वह एक सांसद के तौर पर उतना समय नहीं दे पा रहे हैं। या उतना कार्य नहीं कर पा रहे हैं। जितना कि एक सांसद को करना चाहिए। उन्होंने इस क्षेत्र में कानून व्यवस्था की बिगड़ती हालत की तरफ राज्य के कानून मंत्री मलय घटक का भी ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि उनको भी इस तरफ ध्यान देने की आवश्यकता है। वहीं उन्होंने टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी का नाम लिए बिना कहा कि वह जब इस क्षेत्र के दौरे पर आए थे तो उनको भी इन सारे हत्याओं के पीड़ितों की सुध लेनी चाहिए थी। लेकिन उन्होंने नहीं लिया। उन्होंने साफ कहा कि एक समाजसेवी के तौर पर वह इन लोगों के साथ हैं और इन हत्याओं के पीड़ित परिवारों को इंसाफ दिलाने के लिए वह जरूरत पड़ी तो सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे। इतना ही नहीं उन्होंने खुद राज्य के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी शिल्पांचल की बिगड़ती हालत की तरफ ध्यान देने का अनुरोध किया। कृष्णा प्रसाद ने सत्ता पक्ष के नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों से अनुरोध किया कि वह कानून व्यवस्था की बिगड़ती हालत की तरफ ध्यान दें। इसे सुधारने का प्रयास करें। प्रशासन की जिम्मेदारी है कि किसी भी क्षेत्र में कानून व्यवस्था की स्थिति ठीक रहे। वहीं पश्चिम बंगाल में और खासकर पश्चिम बर्दवान जिला में रोजगार की अवस्था पर भी कृष्णा प्रसाद ने चिंता जताई और कहा कि रोजगार उपलब्ध कराने के नाम पर सिर्फ उदघाटन किए जा रहे हैं। लेकिन धरातल पर कोई सार्थक काम नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में रोजगार का अभाव है। इसलिए अपराध बढ़ रहे हैं। चाहे वह कोयला, बालू तस्करी हो या बर्नपुर में अपराध हो यह सभी इसलिए हो रहे हैं। इस क्षेत्र में रोजगार का अभाव है। उन्होंने आशंका जताई कि जो आपराधिक काम हो रहे हैं। उनसे जो पैसे आ रहे हैं। उनका दुरुपयोग आने वाले पंचायत और लोकसभा चुनाव में किया जाएगा। कृष्णा प्रसाद ने आरोप लगाया कि इस्पात नगरी बर्नपुर में जो भी अपराध हो रहे हैं। उसके पीछे बेरोजगारी ही मुख्य कारण है। उन्होंने कहा कि वह इस बात की शिकायत गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री कार्यालय को करेंगे। कृष्णा प्रसाद ने साफ कहा कि इस क्षेत्र में जो भी अपराध हो रहे हैं राज्य के कानून मंत्री और आसनसोल के सांसद को उनका जवाब देना होगा। उन्होंने इस बात पर हैरानी जताई कि इतने सारे अपराध हो रहे हैं। लेकिन जांच में कोई निष्कर्ष किसी एक मामले में भी क्यों नहीं निकल रहा ? उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले आसनसोल अदालत में आग लगी थी उन्होंने आशंका जताई कि कहीं यह आग जानबूझकर तो नहीं लगाई गई थी। ताकि सबूतों को खत्म किया जा सके। उन्होंने कहा कि वह एक समाजसेवी है और लोगों की सेवा करना उनका मुख्य उद्देश्य है। लेकिन कहीं न कहीं उनको भी एक मंच की जरूरत है जिससे कि वह और बड़े पैमाने पर अपना यह काम कर सकें। अगर भाजपा उनको आने वाले लोकसभा चुनाव में आसनसोल से सांसद का टिकट देती है तो वह जरूर चुनाव लड़ेंगे।
वह हमेशा से ही भाजपा में थे और भविष्य में भी रहेंगे। उन्होंने इस बात को साफ किया कि उन्होंने कभी भी तृणमूल कांग्रेस का दामन नहीं थामा था। वह कभी तृणमूल कांग्रेस में शामिल नहीं हुए थे। हालांकि उनके पास प्रस्ताव जरूर आए थे। इस बात पर भी नाराजगी जताई की एक समय उनको परेशान करने के लिए उनके घर में सीआईडी की रेड भी डलवाई गई थी। उन्होंने कहा कि जो चोर है उनके घर में कोई कार्यवाई नहीं होती। लेकिन वह जिन्होंने कभी गैरकानूनी काम नहीं किया। उनको सिर्फ परेशान करने के लिए उनके घर में सी आई डी की रेड डलवाई गई। उन्होंने कहा कि अब डरने वाली कोई बात नहीं है। सनातन धर्म का प्रचार प्रसार के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे है।