विभिन्न मांगों पर बस मिनी बस समन्वय समिति ने डीएम को सौंपा ज्ञापन
आसनसोल। बस मिनी बस समन्वय समिति की ओर से बुधवार पश्चिम बर्दवान जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। इस संबंध में आसनसोल मिनी बस एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी और ऑल बंगाल बस मिनी बस एसोसिएशन के ज्वाइंट सेक्रेट्री सुदीप राय ने कहा कि पूरे प्रदेश में इस संगठन की ओर से अपने-अपने जिलों में जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 से बस या मिनी बस के किराए में वृद्धि नहीं हुई है। जबकि इन 5 सालों में डीजल की कीमतें आसमान छू लिया है। जिस वजह से बस मिनी बस मालिकों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह तो यात्रियों की दरियादिली है जिस वजह से अभी भी वह लोग अस्तित्व में है। उनका साफ कहना है कि अगर डीजल की कीमतों को नियंत्रण करने का समर्थ सरकार के पास नहीं है तो बस के किराए को भी नियंत्रित करने का अधिकार सरकार के पास नहीं बस मालिकों के पास होना चाहिए। ज्ञापन का दूसरा मुद्दा था बस मिनी बस के रूट पर ऑटो-टोटो का परिचालन। उन्होंने कहा कि पश्चिम बर्दवान जिला में लगभग 2200 बसें और मिनी बसें हैं। जिन पर आश्रित लोगों की संख्या को अगर जोड़ लें तो बस मिनी बस उद्योग पर 30 से 40 हजार लोग निर्भर है। लेकिन ऑटो-टोटो के परिचालन की वजह से आज इनका अस्तित्व संकट में है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का नियम है कि राष्ट्रीय राजमार्ग राज्य सरकार का राजमार्ग और मैन रोड पर बस मिनी बसों का परिचालन होता है। वहां पर ऑटो- टोटो का परिचालन नहीं हो सकता। लेकिन आज देखा जा रहा है कि नियमों को धता बताकर राष्ट्रीय राजमार्ग हो या जिन रूट पर बस मिनी बस का परिचालन होता है। वहां पर ऑटो-टोटो धड़ल्ले से चल रहे हैं। उनको रोकने वाला कोई नहीं। उन्होंने कहा कि वह ऑटो-टोटो के खिलाफ नहीं है। वह बस इतना चाहते हैं कि सरकार की जो नियम है। उनका पालन हो। सुदीप राय ने कहा कि वह किसी राजनीतिक रस्साकशी का हिस्सा नहीं बनना चाहते है। बस इतना चाहते हैं कि जो सरकारी नियम है उनका पालन हो। ताकि बस मिनी बस उद्योग पर आज जो खतरे के बादल मंडरा रहे है। वह छंट जाए। उन्होंने कहा कि बस मिनी बस समन्वय समिति एक ऐसे समिति है जिसमें आसनसोल ही नहीं बल्कि रानीगंज, अंडाल आदि इलाकों के बस मालिक भी सम्मिलित हैं। उनकी बस एक ही मांग है कि सरकार द्वारा जो नियम बनाए गए हैं उनका पालन किया जाए ताकि जैसे आज आसनसोल में ही मोहिशिला से लेकर रैकेट कोल माइंस, बर्नपुर सहित विभिन्न रूटों पर डाउन सर्विस के तहत चलने वाले बसों का परिचालन बंद हो गया है। ठीक वैसे ही रानीगंज में भी विभिन्न रूटों पर बसों का परिचालन ठप पड़ गया है। वैसा ही हाल अब जीटी रोड पर भी हो रहा है। इससे बस मिनी बस उद्योग का अस्तित्व ही संकट पर आ गया है। उन्होंने कहा कि नियमों का पालन सबको करना चाहिए बस मिनी बस मालिक भी नियमों का पालन करते हुए ही निश्चित रूट पर बसों का परिचालन करते हैं उन्होंने एक बार फिर कहा कि वह टोटो ऑटो के खिलाफ नहीं है लेकिन जो सरकार इंडिया में उन सरकारी नियमों का पालन करते हुए ऑटो- टोटो शहर के अंदर चले और जिन गलियों में बसे नहीं जा सकती। वहां पर परिवहन सुविधा मुहैया कराएं । उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि ऑटो- टोटो के साथ मिलकर बस मिनी बस भी लोगों को परिवहन सेवा उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि आज हालत ऐसी हो गई है कि आसनसोल में ही कई रूटों पर बसों का परिचालन बंद हो गया है, जिनमें आसनसोल कल्याणपुर, आसनसोल स्टेशन से जिला अस्पताल होते हुए बर्नपुर रोड पर पहले बसें चलती थी। लेकिन अब वह नहीं चलती कुछ ऐसा ही हाल रानीगंज में भी है। उन्होंने कहा कि आज पूरे बंगाल में एक साथ जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। जिससे कि आने वाले समय में बस मिनी बस उद्योग को बचाया जा सके।