रथ यात्रा महोत्सव के पंडाल टूटने पर घायल भक्त से मिलने पहुंचे विशिष्ट समाजसेवी कृष्णा प्रसाद
आसनसोल । शिल्पांचल विशिष्ट समाजसेवी, व्यवसायी सह धार्मिक प्रवृत्ति के धनी के कृष्णा प्रसाद बीते 27 साल से विभिन्न सामाजिक और धार्मिक कार्यों से जुड़े रहे हैं। उन्होंने हमेशा कोशिश की है कि वह समाज के हर पहलू चाहे सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, खेलकूद, शिक्षा व स्वास्थ के क्षेत्र में काम आएं। उनका मानना है कि भगवान की उनपर असीम कृपा की है कि वह आज इस स्थिति में है कि वह चहुदिक मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके लिए सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करना एक ऐसे जिम्मेदारी है जो उन्हें शायद भगवान ने सौंपी है। इसी कड़ी में उन्होंने इस्कॉन के उल्टा रथ के दौरान हुए दुर्घटना में घायल सोमनाथ दे के मदद के लिए आगे आए। सनद रहे कि उल्टा रथ के दिन आसनसोल के बुधा मैदान में पंडाल गिरने से एक दुर्घटना हुआ था, जिसमें 3 भक्त घायल हो गए थे। उनमें से एक सोमनाथ दे की कमर और सर पर भी छोटे आई थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया था कि उस दिन भगवान जगन्नाथ की अटूट कृपा से एक बहुत बड़ा दुर्घटना टल गई। कौन कहता है कि धरती पर भगवान नहीं है। भगवान जगन्नाथ ने उस पंडाल के सारे बोझ अपने रथ पर ले लिया। ताकि पंडाल के नीचे जो भक्त मौजूद थे उनको आंच तक नहीं आए। उल्टा रथ को लेकर हजारों भक्तों का समागम हुआ था। भगवान के आशीर्वाद ही था की इतनी बड़ी घटना टल गई। वहीं तीन भक्त घायल हुआ। जिसमें सोमनाथ दे भक्त घायल हो गया। घटना के जानकारी मिलते ही समाजसेवी कृष्णा प्रसाद तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे थे। उन्होंने हाइड्रा के जरिए गिरे हुए पंडाल के मलवे को हटाने की व्यवस्था करवाई थी। उन्होंने इतने में ही अपने कर्तव्य की समाप्ति नहीं की और घायलों के साथ में खड़े रहने का फैसला लिया। इस्कॉन मंदिर के प्रभारी नित्यानंद दास प्रभु जी ने कृष्णप्रसाद को असीम धन्यवाद दिया और कहा कि जिस तरह से एक समाजसेवी होने के नाते कृष्णा प्रसाद ने अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन किया है। वह अतुलनीय है न सिर्फ उस दिन हाइड्रा भेज कर तुरंत पंडाल को उठाने की व्यवस्था कराई बल्कि आज भी वह अस्पताल आए हैं और घायल सोमनाथ दे से मिले चिकित्सकों से बातचीत की और उनके इलाज में हर प्रकार के सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने भगवान से प्रार्थना किया कि वह कृष्णा प्रसाद को आशीर्वाद दें। उनकी अनुकंपा कृष्णा प्रसाद पर बनी रहे। ताकि वह भविष्य में भी इसी तरह के सामाजिक कार्य करते रहें और लोगों के हर दु:ख दर्द में उनके साथ खड़े रहे। इसी क्रम में जब घायल सोमनाथ देखने आसनसोल के कोर्ट मोड़ स्थित स्टर्लिंग अस्पताल ले जाया गया तो समाजसेवी कृष्णा प्रसाद इस्कॉन के कमेटी सदस्यों के साथ वहां भी पहुंचे और उन्होंने सोमनाथ दे की हालत के बारे में खोज खबर ली। उन्होंने चिकित्सकों से बात की। चिकित्सकों ने बताया कि उनके कमर ओर सर में अच्छी खासी चोट लगी है। उनको 3 महीने के लिए बेड रेस्ट की जरूरत है। इन 3 महीनों में उनका इलाज चलेगा। कृष्णा प्रसाद ने सोमनाथ दे उनके परिवार और इस्कॉन कमेटी के सभी सदस्यों को आश्वासन दिया कि वह सोमनाथ दे और इस्कॉन कमेटी के साथ है। सोमनाथ दे के इलाज में जो भी मदद की जरूरत होगी। उस जरूरत को पूरा करेंगे। कृष्णा प्रसाद ने बताया की उल्टा रथ के दौरान जो दुर्घटना हुआ था। वह बहुत बड़ा हो सकता था। लेकिन यह भगवान जगन्नाथ देव जी की असीम कृपा रही की बहुत बड़ा दुर्घटना नहीं हुआ। किसी की प्राण हानि नहीं हुई। उन्होंने इसे भगवान की लीला बताया और कहां जिनके सर पर भगवान का आशीर्वाद है उनका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सोमनाथ दे को चोट आई है। यह सुनते ही अस्पताल पहुंचे। उन्होंने आश्वासन दिया है कि उनको जिस तरह की भी मदद की जरूरत होगी। वह मदद उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने इस्कॉन कमेटी के भक्तों को भी आश्वासन दिया कि वह हमेशा उन लोगों के साथ हैं और भविष्य में भी अगर किसी भी प्रकार की सहयोग की जरूरत हुई तो वह बिना झिझक उनसे संपर्क कर सकते हैं।