सम्मेलन भगवत कथा 25 से
पौधारोपण, आंखो का ऑपरेशन, वृद्धजनों की सेवा भी होगी संचालित
कोलकाता । पश्चिम बंगाल प्रदेशिक मारवाड़ी महिला सम्मेलन द्वारा पुरुषोत्तम मास में सप्त दिवसीय, 108 कुण्डिय श्रीमद् भागवत कथा आयोजित की जा रही है। यह कथा 25 जुलाई से 31 जुलाई तक मुख्य रूप से कोलकाता के श्रीभूमि स्थित विवाह बैंक्वेट हॉल में आयोजित की जाएगी। श्रीमद् भागवत की अमृत वर्षा भागवत-भूषण परम पूज्य श्री सीताराम जी शास्त्री के मुखारविंद से होगी। पश्चिम बंगाल प्रांतीय जोनल प्रमुख मधु डुमरेवाल ने बताया कि इस भागवत कथा मे अध्यात्म के साथ सेवाओ का अद्वितीय संगम होगा। सात दिनों के विभिन्न प्रसंगों के साथ साथ, प्रतिदिन विभिन्न सेवाओं को संचालित किया जाएगा, जिसमें पौधारोपण, आंख का ऑपरेशन, व्हीलचेयर/बुढ़ापे की सेवा, नन्हे फ़रिश्ते (बाल विकास कार्यक्रम), गौ सेवा, कन्या विवाह और नारायण सेवा शामिल होंगी। इस तरह का आयोजन हमारे सम्मेलन में पहली बार हो रहा है। सभी बहनों में अलग ही उत्साह देखा जा रहा है। इन सेवाओं को सम्पन्न करने के लिए प्रांत की 40 कार्यशील शाखाओं से 1400 बहनें पूरे उत्साह से समर्पित हैं। यह आयोजन अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन की पश्चिम बंगाल प्रादेशिक इकाई, द्वारा प्रदेश के गठन की रजत जयंती (1998 – 2023) के अवसर पर आयोजित किया जा रहा है। जिसमे पूरे राष्ट्र से सम्मेलन की बहनें भी उत्साहपूर्वक सहयोगी हैं। इस कथा को पूरे राष्ट्र में Zoom के माध्यम से लाइव प्रसारण भी किया जाएगा। इस कथा का मुख्य उद्देश्य अध्यात्मिकता को बढ़ावा देने के साथ साथ सेवा को अपनाना है। यह आयोजन सात दिनों तक चलेगा, जिसमें 25 जुलाई को कलश यात्रा से शुरू होगा और 31 जुलाई को हवन और भंडारे के साथ कथा का समापन होगा। इस आयोजन में आप सभी सपरिवार शामिल हो सकते हैं और इन सेवाओं में अपना सहयोग दे सकते हैं। यह एक अवसर है जहां आप अध्यात्मिकता के आनंद के साथ, सेवा के माध्यम से दूसरों की मदद कर सकते हैं। आप सभी भक्तगण इस मंगलमय आयोजन में सादर आमंत्रित हैँ। प्रतीक्षारत, प्रांतीय अध्यक्ष बबीता बगड़िया, प्रांतीय सचिव पिंकी धानुका एवं पश्चिम बंगाल प्रादेशिक मारवाड़ी महिला सम्मेलन की समस्त प्रांतीय टीम की सहयोगिता रहेगी।