अमर सेनानी शहीद खुदीराम बोस की बलिदान दिवस को कभी भुला नहीं जा सकता – अमरनाथ चटर्जी
आसनसोल । भारत के स्वाधीनता आंदोलन के अमर सेनानी शहीद खुदीराम बोस के 115वें बलिदान दिवस के अवसर पर शुक्रवार आसनसोल दक्षिण थाना के सामने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। आसनसोल नगर निगम की तरफ से इस कार्यक्रम में चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी, एमएमआईसी गुरुदास चटर्जी, आसनसोल साउथ थाना प्रभारी कौशिक कुंडू, आसनसोल नगर निगम के कानून सलाहकार रवीउल इस्लाम, निगम के ओएस बिरेंद्र अधिकारी, कल्लोल राय, प्रबल बोस सहित नगर निगम के तमाम कर्मचारी और अधिकारीगण उपस्थित थे। इस मौके पर अमरनाथ चटर्जी ने कहा कि शहीद खुदीराम बोस का जीवन हम सब के लिए प्रेरणा स्रोत है। उन्होंने बेहद कम उम्र में देश की स्वाधीनता आंदोलन के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। उनके जीवन से हमें यह सीख मिलती है कि चाहे जीवन छोटा हो लेकिन काम ऐसे बड़े-बड़े करनी चाहिए कि लोग मरने के सैकड़ों साल बाद भी आपको याद रखें। उन्होंने जिस तरह से भारत के स्वाधीनता आंदोलन में अपना योगदान दिया और तत्कालीन स्वाधीनता संग्राम से जुड़े महान विभूतियों के साथ काम किया। वह इतिहास में दर्ज है। उससे हम सबको सीख लेने की आवश्यकता है और उन्होंने कहा कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज उनकी पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के रूप में घोषित किया है। वहीं गुरुदास चटर्जी ने भी शहीद खुदीराम बोस को एक महान क्रांतिकारी कहा और बताया कि जिस तरह से उन्होंने महज 18 साल की उम्र में अपने प्राणों की आहुति दी थी। उससे आज भी युवा पीढ़ी को प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आसनसोल नगर निगम हमेशा इन महान विभूतियों की जयंती और पुण्यतिथि पर उनको याद करता है। इसी क्रम में 15 अगस्त को कल्याणपुर हाउसिंग में ऋषि अरबिंदो की एक प्रतिमा स्थापित की जाएगी।