गारुई नदी में डूबने से युवक की मौत, उपमेयर और बोरो चेयरमैन से मांगा इस्तीफा
आसनसोल। आसनसोल के रेलपार इलाके में गारुई नदी में डूब कर एक युवक के मौत हो गई थी। इसे लेकर कांग्रेस के नेताओं ने उपमेयर वसीम उल हक तथा बोरो चेयरमैन उत्पल सिन्हा का इस्तीफा मांगा। गुरुवार कांग्रेस नेता शाह आलम ने मीडिया के सामने उस घटना का जिक्र करते हुए एक बार फिर वशीमुल हक का इस्तीफा मांगा और कहा कि शायद वशीमुल हक को ठीक से सुनाई नहीं दिया या उन्हें दिमागी परेशानी है। इसीलिए वह उनके इस्तीफे की बात न करके एक और उपमेयर अभिजीत घटक के इस्तीफे की बात कर रहे हैं । शाह आलम ने कहा कि घटना उनके वार्ड में हुई है तो उसे गलती किसका मांगा जाएगा। अगर कल को अभिजीत घटक के वार्ड में कोई समस्या होती है तब कांग्रेस उनके खिलाफ भी मुहिम छेड़ेगी। लेकिन फिलहाल बात वशीमुल हक की हो रही है। लेकिन वह बातों को घूमने की कोशिश कर रहे हैं। इस पर जब हमने वशीमुल हक से बात की तो उन्होंने काफी तल्ख अंदाज में कहा कि उनको पार्षद शाह आलम ने नहीं बनाया है या उनको डिप्टी मेयर भी कांग्रेस की दया पर नहीं बनाया गया है जनता ने उन्हें प्रशाद बनाया है और ममता बनर्जी ने उन्हें डिप्टी मेयर बनाया है इसलिए वह शाह आलम जैसे छूट भैया नेता की बातों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देना चाहते। उन्होंने कहा कि शाह आलम अभी तील मिला गए हैं। क्योंकि उनके हाथ से पार्किंग जा चुकी है। उसका टेंडर हो चुका है इसलिए शाह आलम बेबुनियाद बातें कर रहे हैं उन्होंने कहा कि जिस जगह पर यह घटना हुई है। वह 3 वार्डों का जंक्शन है, जिसमें से 2 वार्ड में कांग्रेस के पार्षद हैं तो उन कांग्रेस पार्षदों को भी इस्तीफा देना चाहिए। बात उनके दिमाग में डॉक्टर को दिखाने की तो वाशीमुल हक ने कहा कि शाह आलम को ही डॉक्टर दिखाना चाहिए। वहीं आसनसोल के रेलपार इलाके में गारुई नदी में डूब कर एक युवक के मौत हो गई थी। इसे लेकर कांग्रेस ने उपमेयर वसीम उल हक तथा बोरो चेयरमैन उत्पल सिन्हा का इस्तीफा मांगा था । इस बारे मे जब हमने उत्पल सिन्हा से बात की तो उन्होंने कहा कि मौत को लेकर जो लोग राजनीति कर रहे हैं। उनकी सोच पर उन्हें तरस आता है। उत्पल सिन्हा ने कहा कि जब से वह युवक नदी में गिर गया था और अब तक उसकी कोई अता पता नही मिली तब तक आसनसोल नगर निगम ही था जो पूरी तरह से मुस्तैद था और युवक को बचाने की हर संभव कोशिश की जा रही थी लेकिन बदकिस्मती से उसे बचाया नहीं जा सका । उन्होंने बताया कि जैसे ही प्रशासन को खबर मिली नगर निगम प्रशासन के विभिन्न विभाग तथा एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची थी। लगातार उसे बचाने की कोशिश की जा रही थी। उन्होंने किसी की मौत को लेकर राजनीति न करने की अपील की।