छठ पूजा का दूसरा दिन आज, खरना में रखें निर्जला व्रत, जानें विधि, मुहूर्त, सूर्यास्त समय और महत्व
आसनसोल । छठ पूजा का ये व्रत संतान की दीर्घायु और खुशहाल जीवन के लिए किया जाता है। इस दौरान महिलाएं निर्जला उपवास रखती हैं। छठ के पहले दिन नहाय-खाय, दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। फिर उसके अगले दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही छठ महापर्व का समापन होता है। छठ पूजा की शुरुआत हो चुकी है। 18 नवंबर 2023 को दूसरे दिन खरना है। इसे लोहंडा भी कहा जाता है। इसके साथ 19 नवंबर को अस्ताचलगामी यानी डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य और उसके अगले दिन यानी 20 नवंबर को सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर छठ पूजा का समापन होगा। छठ पूजा के दूसरे दिन को खरना नाम से जानते हैं। इस दिन व्रती पूरे दिन का उपवास रखती हैं। इसके बाद शाम को गुड़ की खीर का प्रसाद खाकर व्रत खोलती हैं और इसके बाद 36 घंटे का निर्जला व्रत आरंभ हो जाता है।
खरना तिथि
शुक्रवार को छठ का पहला दिन था। आज 18 नवंबर 2023 को छठ का दूसरा दिन है। दूसरे दिन खरना किया जाता है। इस दौरान सूर्योदय का समय सुबह 06:46 बजे का रहेगा और सूर्यास्त शाम 05:26 बजे होगा।
छठ पूजा के दूसरे दिन का महत्व छठ पूजा के दूसरे दिन महिलाएं पूरे दिन उपवास रखती हैं। शाम के समय मिट्टी के नए चूल्हे पर गुड़ की खीर प्रसाद के रूप में बनाई जाती है। इसी प्रसाद को व्रती ग्रहण करते हैं।