अपर सचिव कोयला मंत्रालय के साथ कोल इंडिया के चेयरमेन का एक दिवसीय ईसीएल दौरा
ईसीएल में 486 केडब्लूपी के रुफटॉप सौर ऊर्जा संयंत्र का कोयला मंत्रालय के अपर सचिव के कर कमलों द्वारा उद्घाटन
कुल्टी । शुक्रवार को ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के एक दिवसीय दौरे पर आए अपर सचिव एम. नागराजू (आई.ए.एस), कोयला मंत्रालय व कोल इंडिया के अध्यक्ष पी.एम. प्रसाद का ईसीएल पहुँचने पर ईसीएल के सीएमडी समीरन दत्ता के नेतृत्व में भव्य स्वागत किया गया। सर्वप्रथम उन्होंने ईसीएल के सोनपुर बाजारी क्षेत्र के अंतर्गत सोनपुर बाजारी परियोजना के व्यू प्वाइंट का दौरा किया, जहां उनका पारंपरिक तरीके से भव्य स्वागत किया गया। गणमानय अतिथियों ने व्यू प्वाइंट से पूरे प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया, साथ ही सोनपुर बजारी क्षेत्र, ई.सी.एल के महालक्ष्मी कोयला पैच की समीक्षा की व अधिकारियों के साथ प्रोजेक्ट की समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इसके उपरांत उन्होंने ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के विभिन्न क्षेत्रों/यूनिट्स में लगाए गए 486 केडब्लूपी क्षमता के रूफ़टॉप सौर ऊर्जा संयंत्रों का डिजिटल उद्घाटन किया। भारत सरकार के नेट ज़ीरो के लक्ष्य को पाने की दिशा में ईसीएल का यह एक महत्त्वपूर्ण कदम हैं। इस कदम से पर्यावरण में कार्बन के पदचिह्न को कम करने में मदद मिलेगी। तत्पश्चात, सोनपुर बजारी क्षेत्र के अतिथि गृह में सम्मानित सदस्यों के उपलक्ष्य में एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें शास्त्रीय नृत्य और संगीत प्रस्तुत किए गए। साथ ही, उक्त अवसर पर निदेशक (वित्त) मो. अंज़ार आलम, निदेशक (कार्मिक) आहुती स्वाईं, निदेशक (तकनीकी) योजना व परियोजना नीलेन्दु कुमार सिंह एवं निदेशक (तकनीकी) संचालन नीलाद्रि रॉय, मुख्य सतर्कता अधिकारी मुकेश कुमार मिश्रा की गरिमामयी उपस्थिती रही एवं महाप्रबंधक सोनपुर बाजारी क्षेत्र आनंद मोहन, ईसीएल मुख्यालय व सोनपुर पुर बाजारी क्षेत्र के वरिष्ठ अधिकारियों की भी उपस्थित रही। अपर सचिव एम. नागराजू (आई.ए.एस), कोयला मंत्रालय एवं कोल इंडिया के चेयरमेन पी.एम. प्रसाद ने अपने सम्बोधन में कहा की साल 2024 ईसीएल के लिए स्वर्णिम उपलब्धियां लेकर आएगा, और विश्वास जताया कि इस वित्तीय वर्ष में ईसीएल अपनी 50 एमटी कोयला उत्पादन के लक्ष्य को पूरा करेगी एवं आने वाले वर्ष में प्रस्तावित कोल गैसीफीकेसन संयंत्र लगने से पूरे कोयलांचल की तस्वीर बदल जाएगी और विकास को नयी दिशा प्रदान होगी। यात्रा के अंतिम चरण में ईसीएल प्रबंधन के साथ समीक्षा बैठक किया गया व ईसीएल से जुड़े अनेक पहलुओं पर चर्चा की गयी साथ ही आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए गए।