देशहित की सुव्यवस्था को बनाने में सबका साथ, सबका विकास वाली आवाज को कुछ विपक्षी पार्टियां दबाना चाहती
आसनसोल । बड़ा दु:ख का विषय है, भारत सरकार के कुछ विपक्षी पार्टियों द्वारा भारतीय जनता पार्टी को नई मॉडल की वाशिंग मशीन बताया जा रहा है। देशहित की सुव्यवस्था को बनाने में सबका साथ सबका विकास वाली आवाज को ये कुछ विपक्षी पार्टियां दबाना चाहती है। क्या गंदगी साफ करना राष्ट्रहित एवं जनता के हित में नहीं है। कुछ पार्टियों के नेता सत्ता में बैठकर राष्ट्र विरोध में एवं वंशवाद की नीति अपनाकर अपना ही विकास चाहते हैं। यदि उन लोगों को यह लगता है कि ये काम गलत हो रहा है तो उन्हें अवसर दिया जाता है। उक्त बातें आसनसोल के सुरेन जालान ने कही। उन्होंने कहा कि गंदगी अच्छे शरण में आने से स्वयं ही दुग्ध की भांति उज्जवल हो जाएगी। वे यदि भारतीय जनता पार्टी की शरण में आ जाते हैं तो समझ लीजिए उनकी गंदगी साफ हो जायेगी। उन्हें अपनी गंदगी छुड़ाने एवं भय से मुक्त होने के लिए *शरणम् गच्छामि* होना पड़ेगा जो राष्ट्रहित में होगा।आज की मौजूदा सरकार कुछ अच्छी क्वालिटी की वाशिंग मशीन है। पहले एक दशक की सरकार की अपेक्षा। इस वाशिंग मशीन के जितने भी पूर्जे है, वह मेड इन भारत है। यह कभी भी देश विरोध में कोई षड्यंत्र नहीं करते। इक्का-दुक्का पार्ट्स कभी-कभी खराब हो सकते हैं। जिन्हें समय-समय पर बदला जा सकता है जो देश एवं राष्ट्रहित के लिए सर्वोपरि होगा। यह गारंटी वाली वाशिंग मशीन है। *अंत भला तो सब भला।*