आसनसोल । केंद्र सरकार कोयला उद्योग को निजी हाथों में देने की साजिश रच रही है। यह आरोप लगाते हुए आज श्रमिक संगठन एआईसीसीटीयू अन्य सिविल राइट्स संगठन द्वारा एक आम कन्वेंशन का आयोजन किया गया है। इस आम कन्वेंशन के जरिए केंद्र सरकार की कोयला उद्योग के नीचे हाथों में सौंपने की कोशिश का विरोध किया जा रहा है। इस बारे में पत्रकारों से बात करते हुए आसनसोल के पूर्व सांसद वंश गोपाल चौधरी ने बताया कि इस कन्वेंशन का उद्देश्य है कि जिस तरह से केंद्र की मोदी सरकार कुछ कॉर्पोरेट घरानों को मदद पहुंचाने के लिए कोयला उद्योग को निजी हाथों में सौंप रही है। इसका विरोध करना है। उन्होंने कहा कि शेयर का हस्तांतरण हो चुका है और भी अगर शेयर हस्तांतरित हो गए तो आने वाले समय में पूरा कोयला उद्योग निजी हाथों में चला जाएगा। जिससे देश की शक्ति की सुरक्षा के साथ समझौता किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार भारत के सरकारी कोयला उद्योग को बर्बाद करने की मानसिकता के साथ काम कर रही है।
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