आसनसोल । दोल के पवित्र अवसर पर सोमवार आसनसोल के रवींद्र भवन परिसर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मौके पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया और कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर के शांतिनिकेतन के तर्ज पर यहां पर दोल उत्सव मनाया गया। रविंद्र नाथ टैगोर रचित गीतों की धुन पर कलाकारों ने मनमोहक नृत्य पेश किया। इस मौके पर अपना वक्तव्य रखते हुए आसनसोल नगर निगम के चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी ने कहा कि आज दोल उत्सव है। आज ही के दिन चैतन्य महाप्रभु का आविर्भाव तिथि है। उन्होंने कहा कि चैतन्य महाप्रभु ने सबके मन को प्रेम वात्सल्य करुणा से रंगने की बात कही थी। उन्ही के दिखाएं रास्ते पर चलते हुए इस उत्सव को मनाया जाता है। इसके बाद कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर के प्रेरणा से इस उत्सव को वसंत उत्सव का रूप दिया गया। शांतिनिकेतन में बहुत बड़े आकार में इस उत्सव को मनाया जाता है। इसका भी मकसद समाज में भेदभाव को दूर करना है। ताकि लोग एक दूसरे के और करीब आ सके, एक दूसरे के साथ मिलजुल कर रह सके। उन्होंने कहा कि हम बेहद सौभाग्यशाली हैं कि हमें ऐसे महापुरुषों का मार्गदर्शन मिला और उनके मार्गदर्शन से हम आज इस त्यौहार को इतनी सुंदर तरीके से मना पा रहे हैं। उन्होंने सभी को होली की शुभकामना दी।
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