उखड़ा में दुकान के मालिक और किराएदार में हुआ विवाद, पुलिस को करना पड़ा हस्तक्षेप
अंडाल । दुकान को लेकर किराएदार और मालिक के बीच हुए विवाद में मध्यस्थता करने वाले पंचायत सदस्य के उत्पीड़न को लेकर उखड़ा बाजार में तनाव पसर गया। पुलिस ने जाकर स्थिति को नियंत्रित किया। यह घटना शनिवार को उखड़ा बाजार की है। समाचार सूत्रों के अनुसार कौशल परवीन नाम की महिला पिछले 25 साल से उखड़ा बाजार के एनएसबी रोड पर जूते की दुकान चला रही है। कौशल परवीन के पुत्र जियाउद्दीन इस समय दुकान के प्रभारी है। दुकान के मालिक एम डी रफीक है। नीचे दुकान की दूसरी मंजिल पर रफीक अपने परिवार के साथ रहते हैं। कौशल परवीन ने कहा रफीक ने कहा था कि दुकान और मकान के नवीनीकरण के नाम पर तीन माह तक दुकान बंद रहेगी। इस संबंध में रफीक का दुकानदार से समझौता भी हुआ था।
समझौते के अनुसार तीन माह बाद दुकान किराएदार को लौटा दी जाएगी। रफीक ने घर की मरम्मत का काम पूरा होने के बाद दुकान जाने पर चाबी देने से इनकार कर दिया। रफीक ने दावा किया कि फिर से दुकान खोलने के लिए 40 लाख रुपये एकमुश्त नकद देना होगा । इसके बाद महिला और उसके बेटे ने दुकान वापस लेने के लिए पुलिस, चेम्बर ऑफ कॉमर्स और एक स्थानीय पंचायत सदस्य से संपर्क किया। पंचायत सदस्य शरण सहगल ने बताया कि कुछ दिन पूर्व दोनों पक्षों की उपस्थिति में यह निर्णय लिया गया कि किराएदार अपने मालिक को दुकान के जीर्णोद्धार के लिए 1 लाख 11 हजार रुपये का भुगतान करेग। वहीं मासिक किराया मौजूदा 329 रुपये से बढ़कर 1,000 रुपये हो जाएगा। दोनों पक्ष राजी हो गए। समझौते के अनुसार दुकान मालिकों को शुक्रवार
को किरायेदार को चाबी लौटानी थी। कल जब किरायेदार चाबी मांगने गया तो दुकान मालिक ने नहीं दी। शनिवार को जब किराएदार दुकान का सामान लेकर आए तो मालिक के लोगों ने उन्हें रोक लिया। इससे बाजार में तनाव पैदा हो गया। सूचना पाकर पंचायत सदस्य शरण सहगल मौके पर पहुंचे। शरण सहगल ने आरोप लगाया कि दुकान के मालिक और उसके आदमियों ने उनके साथ हाथापाई की । खबर फैलते ही शरण सहगल के अनुयायी मौके पर पहुंच गए और अत्यधिक तनाव पैदा हो गया। बाजार के दुकानदारों और बाजार में आने वाले खरीदारों में दहशत फैल गई। बाद में पुलिस के हस्तक्षेप से स्थिति पर काबू पाया
गया। व्यापारियों का एक संघ, चेम्बर ऑफ कॉमर्स, किरायेदार के पक्ष खड़ा हुआ। संगठन के अध्यक्ष मनोज शराफ ने कहा कि इस तरह से किसी को भी निकाला नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि चेम्बर ऑफ कॉमर्स किरायेदार के पक्ष में है। अंत में पुलिस की मौजूदगी में दुकान की ताला खोलकर किराएदारों को दुकान दे दिया। फिलहाल दुकान के नए ताले की चाबी चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष के पास रहेगी। पुलिस सूत्रों के अनुसार सभी पक्षों से चर्चा के बाद दुकान के मालिकाना हक का भविष्य में तय किया जाएगा।