मांग नहीं मानी गई तो फैमिली कोर्ट के मुद्दे पर आंदोलन रहेगा जारी
आसनसोल। आसनसोल अदालत के अधिवक्ता पिछले लंबे समय से फैमिली कोर्ट के मुद्दे पर आंदोलन कर रहे हैं। सोमवार आसनसोल अदालत के वकीलों ने अदालत परिसर के निकट धरना प्रदर्शन किया। मौके पर आसनसोल अदालत के दर्जनों अधिवक्ता उपस्थित थे। जिन्होंने फैमिली कोर्ट के मुद्दे पर किए जा रहे इस धरना प्रदर्शन में शिरकत की। इस बारे में आसनसोल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश तिवारी ने बताया की फैमिली कोर्ट के मुद्दे पर आसनसोल अदालत के अधिवक्ता पिछले लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। उनका कहना है कि एक ही अदालत में अगर 30000 मामले सुनवाई के लिए दे दिए जाएं तो इससे लोगों को भारी परेशानी होगी। एक-एक तारीख आने में कई महीने लग जाएंगे। ऐसे में आसनसोल अदालत के अधिवक्ताओं की मांग है कि जो मामले जिस कोर्ट में है। उन मामलों को उस कोर्ट में वापस भेजा जाए। उन्होंने बताया कि आसनसोल अदालत के अधिवक्ता इस संबंध में जिला जज, जोनल जज और हाई कोर्ट के जज के संपर्क में है। लेकिन अभी तक कोई साकारात्मक उत्तर नहीं मिला है, जिस वजह से आज वह धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इनका साफ कहना है कि फैमिली कोर्ट की वजह से सबसे ज्यादा असर इंसाफ कि आस में आए साधारण लोगों पर पड़ेगा। किसी मामले की सुनवाई में इतना विलंब होगा कि ऐसे में लोग परेशान हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वह इसी तरह धरना प्रदर्शन पर बैठे रहेंगे। मौके पर आसनसोल जिला बार एसोसिएशन के सचिव बानी मंडल, वरिष्ठ अधिवक्ता शेखर कुंडू, मुनीर बेग, अमिताभ मुखर्जी, श्रीकृष्ण मिश्रा, असित नायक, अभिजीत मुखर्जी, अभिजीत राय, सुप्रिय हाजरा, मनिपदमा बनर्जी, शांतनु बनर्जी, अनूप मुखर्जी, रंजीत पांडेय, प्रमोद सिंह, खुर्शीद आलम, धर्मदास मुखर्जी, उदय गिरी, हेमंत कुमार पांडेय, रतन कुमार दुबे, शंपा सरकार, प्रीतिबाला कर्मकार तथा अभय गिरी आदि अधिवक्ता उपस्थित थे।