राज्य महासचिव पद से हटते हुए कुणाल घोष पर तृणमूल ने सख्त कार्रवाई की
कोलकाता । कुणाल घोष के खिलाफ कड़ी कार्रवाई। कुणाल घोष को पार्टी के प्रदेश महासचिव पद से हटाया गया। तृणमूल ने एक प्रेस बयान में कहा। इससे पहले कुणाल ने खुद पार्टी प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया था। चुनाव के दौरान कुणाल को हटाने का आदेश राजनीतिक दृष्टि से खास महत्वपूर्ण है। कुणाल घोष को नई पार्टी के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करने के बाद बीजेपी के टिकट पर खड़े हुए तापस रॉय के साथ एक ही मंच पर देखा गया। हालाँकि यह पूरी तरह से अराजनीतिक मंच था। उत्तरी कोलकाता के श्यामसुंदरतला इलाके में एक क्लब की ओर से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। उस मंच पर तापस रॉय मौजूद थे। क्लब के सदस्य के रूप में एक अन्य तृणमूल नेता भी वहां मौजूद थे। कुणाल के दावे के मुताबिक, उन्हें क्लब की ओर से आमंत्रित किया गया था। उसके जाने के बाद तापस रॉय को देखता है। कुणाल ने मंच पर खड़े होकर घटना के बारे में बात करते हुए कहा, ‘राजनीति की जगह राजनीति रहने दीजिए। हमने आखिरी बार तापस दा को एक परिवार के भीतर रखने की कोशिश की। क्योंकि तपस दा हमारी बहुत पसंदीदा है। श्रमिकों के लिए तापस का दरवाजा हर समय सभी लोगों के लिए खुला है। तापस दा ने अतीत में जिस तरह से लोगों की सेवा की है। वह एक राजनेता के रूप में तापस दा का एक बड़ा कारक है। दुर्भाग्य से, अब हमें राजनीतिक क्षेत्र में तापस दा का विपरीत देखने को मिल रहा है। चुनाव में उम्मीदवार, हमारी पार्टी के उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे हैं, व्यक्तिगत रूप से एक उम्मीदवार के रूप में मैं जनता के प्रतिनिधि के रूप में तापस दा से एक इंच भी पीछे नहीं रहूँगा।” कुणाल के इस कमेंट पर हंगामा मच गया। इसके बाद कुणाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। वहां उन्होंने सुदीप के जनसंपर्क पर सवाल उठाए। उस बारे में बात करते हुए एक बार फिर कुणाल की तारीफें सुनने को मिली हैं। कुणाल ने कहा, ”हमें उम्मीदवार का विश्लेषण करना चाहिए कि उसने कितना पीआर किया कि उसे किसी क्लब द्वारा नहीं बुलाया जा रहा है। उन्हें इस बारे में सोचना चाहिए। शायद बुलाया हो, फिर गया क्यों नहीं? यह एक जनसंपर्क भी है। यह केवल चुनावी वर्ष या चुनाव से पहले के वर्ष में ही नहीं है। इसे पांच साल तक रखना होगा।” स्वाभाविक रूप से, इससे टीम असहज हो जाती है। इसके बाद टीम की ओर से डेरेक ओ’ब्रायन की ओर से एक बयान जारी किया गया। बयान में कुणाल घोष ने हाल के दिनों में कई टिप्पणियां की हैं जो पार्टी की नीति के अनुरूप नहीं हैं। वह व्यक्तिगत टिप्पणियाँ कर रहे हैं और पार्टी के लिए ऐसा करना जारी रख रहे हैं।’ इस पर प्रतिक्रिया के लिए कुणाल घोष को बुलाया गया। लेकिन कुणाल ‘मायावी’ है। हालांकि, बीजेपी उम्मीदवार तापस रॉय ने कहा, ”मैं कुणाल की उदारता से हैरान हूं। मैं उनकी टिप्पणियों के लिए आभारी हूं। कुणाल इतने वर्षों के बाद भी तृणमूल के लिए बल्लेबाजी कर रहे हैं, मैं ऐसा नहीं कर सका।” यह स्थिति उत्तरी कोलकाता के राजनीतिक समीकरण को किस करवट बैठेगी, यह देखने वाली बात होगी।