केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर बरसे विकाश रंजन भट्टाचार्य
आसनसोल । आसनसोल लोकसभा केंद्र से इंडिया गठबंधन कांग्रेस समर्थित माकपा प्रत्याशी जहांआरा खान के समर्थन में बुधवार शाम आसनसोल के बीएनआर में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की तरफ से एक प्रचार सभा का आयोजन किया गया। मौके पर जिला के दर्जनों वरिष्ठ वामपंथी नेता उपस्थित थे। मौके पर माकपा के राज्य सभा सांसद और अधिवक्ता विकाश रंजन भट्टाचार्य मुख्य वक्ता के रूप में प्रस्तुत थे। उन्होंने अपने वक्तव्य में केंद्र और राज्य सरकार के नीतियों का विरोध किया। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में चिट फंड घोटाला जो हुआ था, उसकी जांच सीबीआई कर रही थी। कोर्ट में आवेदन किया गया था कि जिन लोगों का पैसा इस घोटाले में हड़पा गया है। कौन-कौन का पैसा वापस मिले, लेकिन केंद्र की मोदी सरकार ने वोट में जाकर यह कोशिश की यह पैसा आम जनता को नहीं बाकी राजकोष में जाए और आज नरेंद्र मोदी लोगों को यह कह रहे हैं कि वह लोगों के पैसे वापस करेंगे। उन्होंने कहा कि यह सरासर झूठ है। नरेंद्र मोदी चुनाव के दौरान लोगों को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं। वही उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हमेशा यह चाहता रहा है की राजनीति में धर्म की दखलअंदाजी हो। उन्होंने यह सवाल किया कि नेता या राष्ट्र या तय करने वाला कौन है कि कौन क्या खाएगा, कौन क्या पहनेगा। उन्होंने मीडिया के एक वर्ग पर भी सवाल उठाया क्यों की आज देश में 90 फीसदी मीडिया हाउस बड़े पूंजीपति चलते हैं। आज ज्यादातर मीडिया में आम लोगों की बात सुनाई नहीं देती है। उन्होंने कहा कि भारत का इतिहास ऐसा रहा है जहां पर हर वर्ग के लोगों ने इस देश के निर्माण में हाथ बटाया है।
यही इस देश की प्रधान शक्ति है जिसे आज विभिन्न बहानों से खंडित करने की कोशिश की जा रही है। यह सिलसिला अंग्रेजों द्वारा शुरू किया गया था। जब 1857 में गदर हुआ था जिसे सिपाही विद्रोह कहा जाता है। अंग्रेजों ने धर्म के नाम पर देश के लोगों को विभाजित किया और वही फूट डालो राज करो की नीति आज भी अपनाई जा रही है। मौके पर पार्थ मुखर्जी, जयदीप चक्रवर्ती, सत्यजीत चटर्जी, डॉ. अरुण पांडेय, सीपीआई युवा नेता हेमंत मिश्रा, मोहुवा मित्रो, इला चक्रवर्ती सहित सैकड़ों समर्थक उपस्थित थे।