राजा राम मोहन राय की जयंती मनाई गई
आसनसोल । आसनसोल रेलपार बरुआ बाजार कुशवाह भवन राजा राम मोहन राय की जयंती मनाई गई। मौके पर मुख्य अतिथि आसनसोल के पूर्व मेयर सह भाजपा प्रदेश कमेटी सदस्य जितेन्द्र तिवारी सहित पार्षद गौरव गुप्ता, पूर्व पार्षद भृगु ठाकुर, मदन मोहन चौबे, राम अधिकारी, प्रमोद विश्वकर्मा, शिवप्रसाद वर्मन सहित अन्य अतिथियों को उतरीय ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। समारोह को संबोधित करते जितेंद्र तिवारी ने कहा कि राजा राम मोहन रॉय के बारे में शायद ही ऐसा कोई ऐसा हो जो कि न जानता हो। वे आधुनिक भारत की नीव रखने वाले के रूप में भी जानते हैं। भारतीय पुनर्जागरण का अग्रदूत और आधुनिक भारत का जनक कहा जाता है। भारतीय सामाजिक और धार्मिक पुनर्जागरण के क्षेत्र में उनका विशिष्ट स्थान है। वे ब्रह्म समाज के संस्थापक, भारतीय भाषायी प्रेस के प्रवर्तक, जनजागरण और सामाजिक सुधार आंदोलन के प्रणेता तथा बंगाल में नव-जागरण युग के पितामह थे। इतने तेज थे कि उन्होंने महज 15 साल की उम्र में अरबी, संस्कृत, बांगला और पारसी जैसी कई भाषाएं सीख ली थी। वे सभी तरह के सामाजिक धर्मांधता और अंधविश्वास के भी विरुद्ध थे। महिलाओं के हक के लिए की लड़ाई लड़ी। राजा राम मोहन रॉय ने हमेशा महिलाओं को उनका हक दिलाने के लिए कई लड़ाई लड़ी। उन्होंने महिलाओं को प्रॉपर्टी में अधिकार दिलाने के लिए भी लड़ाई लड़ी थी। वह एक ऐसा दौर था जब पूरी सोसाइटी कुरीतियों से जकड़ी हुई थी और रॉय एक ऐसे इंसान थे जो मॉडर्न थिंकिंग के मालिक थे। वे हमेशा से इस सोसाइटी को कुरीतियों से आजादी दिलाना चाहते थे।