आसनसोल जिला अस्पताल का एडीपीसी के पुलिस अधिकारियों ने किया दौरा
सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के लिए कई प्रस्तावों पर किया जा रहा है विचार
आसनसोल । आरजी कर अस्पताल के अंदर ड्यूटी पर तैनात महिला डॉक्टर की हत्या के बाद सरकारी अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। इस घटना के बाद सरकारी अस्पताल के डॉक्टर दहशत में हैं । आरजी कर घटना के बाद खासकर महिला डॉक्टर काफी चिंतित है। ऐसे में आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों ने रविवार शाम आसनसोल जिला अस्पताल की सुरक्षा के मौजूदा स्तर की जांच की। इस दौरे पर आसनसोल दुर्गापुर पुलिस के एसीपी (सेंट्रल 1) बिस्वजीत नस्कर, आसनसोल दक्षिण पुलिस स्टेशन के प्रभारी निरीक्षक कौशिक कुंडू और जिला अस्पताल के सहायक अधीक्षक देवदीप मुखोपाध्याय उपस्थित थे। कुछ देर तक पुलिस अधिकारियों ने जिला अस्पताल के पुराने भवन और पूरे अस्पताल परिसर का दौरा किया। इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने जिला अस्पताल में कितने सुरक्षा गार्ड हैं, पुलिस में कितने पुलिसकर्मी हैं, इसकी जानकारी जुटाई। कैंप और कितने सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। आरजी कर घटना के बाद, जिला अस्पताल के अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई प्रस्ताव लेकर आए हैं। जिसकी सूचना पुलिस को दे दी गई है। उदाहरण के तौर पर अस्पताल पुलिस कैंप में अब सिर्फ 4 पुलिसकर्मी हैं। इस संख्या को बढ़ाकर 12 से 15 करने की बात कही जा रही है, ताकि अस्पताल परिसर में हर समय (24×7) कई पुलिसकर्मी मौजूद रहें। आपातकालीन विभाग में रात्रि पाली में दो वर्दीधारी पुलिस कर्मियों की तैनाती। इसके अलावा प्रस्ताव में रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक हर दो घंटे में पुलिस मोबाइल वैन द्वारा अस्पताल परिसर में गश्त करना भी शामिल है। गश्ती के बाद पुलिस कर्मी अस्पताल सुविधा प्रबंधक कार्यालय में कर्मियों को सूचित करेंगे। पहले दो प्रस्तावों पर पुलिस की ओर से अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। इनकी रिपोर्ट पुलिस आयुक्त को दी जाएगी। हालांकि, पुलिस ने अस्पताल अधिकारियों को आश्वासन दिया कि रात्रि गश्त का प्रस्ताव रविवार रात से लागू किया जाएगा।
वर्तमान में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल परिसर को छोड़कर शेष परिसर में 34 सीसी कैमरे लगे हैं। डॉक्टरों के क्वार्टर और उसके आसपास के इलाकों में सीसीटीवी कैमरे नहीं हैं। अब उस हिस्से में सीसी कैमरे लगाने की योजना बनाई गई है। पूरे मामले की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दी जाएगी। 34 सीसी कैमरों के अलावा इस बात पर भी चर्चा होगी कि कहां-कहां सीसी कैमरे लगाए जा सकते हैं। यदि आवश्यक हो तो इस संबंध में पुलिस से बात करें, उनकी राय ली जाएगी।