कोलकाता के आरजी कर मामला को लेकर तृणमूल कांग्रेस का धरना
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आसनसोल । कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में महिला चिकित्सक से हुए घृणित कांड के खिलाफ रविवार टीएमसी की तरफ से आसनसोल के राहा लेन इलाके में स्थित टीएमसी पार्टी कार्यालय के सामने धरना दिया गया। इसका नेतृत्व मंत्री मलय घटक कर रहे थे। इस मौके पर चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी, उपमेयर अभिजीत घटक, वशिमुल हक, बोरो चेयरमैन राजेश तिवारी, पार्षद सीके रेशमा, संपा दां, दीपा चक्रवर्ती, फनसबी आलिया, गोपा हलदर के अलावा बड़ी संख्या में टीएमसी कार्यकर्ता समर्थक उपस्थित थे। यहां पर मंत्री मलय घटक ने अपनी बातें रखी। लेकिन इससे पहले इस मुद्दे पर ममता बनर्जी का भाषण उपस्थित लोगों को सुनाया गया। मंत्री मलय घटक ने कहा कि कुछ दिनों पहले कोलकाता के आरजी का मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में एक दुर्भाग्य जनक घटना घटी थी लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में तुरंत कार्रवाई की गई और दो लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में तुरंत कार्रवाई की गई और एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया गया। उन्होंने कहा कि कोलकाता पुलिस को इस मामले की जांच करने के लिए सिर्फ दो दिन मिले थे। लेकिन दो दिनों के अंदर ही कोलकाता पुलिस द्वारा एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। उसके बाद अदालत के आदेश के कारण यह मामला सीबीआई के पास चला गया है उन्होंने कहा कि अब टीएमसी की मांग है कि जो भी आरोपी है उनको जल्द से जल्द चिन्हित किया जाए और उन्हें फांसी की सजा दी जाए। वही अभिजीत घटक ने कहा कि आज जो लोग मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफा की मांग कर रहे हैं। उन लोगों ने हाथरस और उन्नाव की घटना के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की स्थिति की मांग क्यों नहीं कि यह मणिपुर की घटना के बाद मणिपुर के मुख्यमंत्री के स्थिति की मांग क्यों नहीं की या निर्भया हत्याकांड के बाद प्रधानमंत्री के मांग क्यों नहीं कि उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया है और पुलिस प्रशासन इसकी जांच कर रहे थे लेकिन फिलहाल यह जांच सीबीआई के पास है और टीएमसी की मांग है कि जल्द से जल्द दोषियों को चिन्हित करके फांसी की सजा दी जाए। उन्होंने कहा कि टीएमसी और ममता बनर्जी को महिलाओं का सम्मान सीखने की जरूरत नहीं है ममता बनर्जी के नेतृत्व में आज महिलाओं को पंचायत में 50% संरक्षण दिया गया है। इसके अलावा महिलाओं के लिए कई परियोजनाएं बनाए गए हैं। इसके बारे में भारतीय जनता पार्टी या अन्य विपक्षी दल का कोई नेता सोच भी नहीं सकता। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण के बारे में ममता बनर्जी को सीखाने की कोई जरूरत नहीं है।