आसनसोल । आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के डीसी हैडक्वाटर अरविंद आनंद ने बुधवार आसनसोल के पुलिस लाइन में स्थित साइबर थाना में एक संवाददाता सम्मेलन किया। यहां पर उन्होंने साइबर फ्रॉड करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ करने के बारे में जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि दुर्गापुर के सिटी सेंटर में साइबर थाना और डिटेक्टिव डिपार्टमेंट की टीम द्वारा संयुक्त रूप से दबिश डाली गई थी। यहां पर 13 लोगों का एक गिरोह मुख्यतः अमेरिका के नागरिकों को अपने चपेट में ले रहा था। उनसे संपर्क किया जाता था और उनसे कहा जाता था कि उनके लैपटॉप में एंटीवायरस की मियाद खत्म हो चुकी है और वह एंटीवायरस कंपनी के प्रतिनिधि के तौर पर उनसे संपर्क करके उनको कहते थे कि वह उनके लैपटॉप पर एंटीवायरस डाल सकते हैं। जब ग्राहक उनको पैसे भेज देता था तो यह लोग इंटरनेट से फ्री एंटीवायरस डाउनलोड करके उन ग्राहकों को भेज दिया करते थे। यह एक तरह का फर्जीवाड़ा है जो 13 लोगों का गृह किया करता था जब इसकी जानकारी साइबर डिपार्टमेंट को मिली तो उन्होंने यह अभियान चलाया और दुर्गापुर के सिटी सेंटर में एक किराए के मकान से 13 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। उनके पास से 12 लैपटॉप 13 मोबाइल और 5 हेडफोन जब्त किया गया है। गिरफ्तार किए गए 13 व्यक्ति कोलकाता के रहने वाले हैं। उनको आज अदालत में पेश किया गया जिनमें से जो व्यक्तियों के पुलिस रिमांड मंजूर की गई है। डीसी हेड क्वार्टर अरविंद आनंद ने बताया के इन सभी 6 व्यक्तियों से पूछताछ की जाएगी और यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि इस फर्जीवाड़ा में सिर्फ यही 13 लोग शामिल हैं या इनका कोई मास्टरमाइंड भी है जो इन्हें संचालित कर रहा था। उन्होंने कहा कि इसके बाद इन लोगों के पास से जो भी लैपटॉप मोबाइल फोन आदि बरामद हुए हैं। उनकी भी जांच की जाएगी और यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि इन्होंने कितने लोगों को चूना लगाया है और कितने रकम पर इन्होंने हाथ साफ किया है। उन्होंने कहा कि अभी जांच बेहद प्राथमिक स्तर पर है। लेकिन उनका पूरा भरोसा है कि आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट की साइबर डिपार्मेंट इस फर्जीवाड़े के तह तक जरूर पहुंचेगा।
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