कोलकाता में आयोजित कोल इंडिया लिमिटेड स्थापना दिवस समारोह में ईसीएल को किया गया सम्मानित
कोलकाता । कोल इंडिया लिमिटेड स्थापना दिवस समारोह में रविवार को कोलकाता में आयोजित किया गया, जिसके दौरान केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कंपनी के 50वें स्थापना दिवस पर कोल इंडिया परिवार को बधाई दी। अपने संबोधन में उन्होंने देश को ऊर्जा प्रदान करने के लिए दिन-रात अथक परिश्रम करने वाले कोयला खनिकों के समर्पण की सराहना की। मंत्री ने कंपनी के ‘जन-केंद्रित’ दृष्टिकोण की सराहना की। उन्होंने कोल इंडिया से कोयला आयात को कम करने के लिए कोयला उत्पादन की इस गति को बनाए रखने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि कोल इंडिया विकसित भारत के लक्ष्यों को प्राप्त करने की यात्रा में एक अभिन्न भूमिका निभाएगा। इस अवसर पर बोलते हुए, जी. किशन रेड्डी ने प्रत्येक कोल इंडियन को बधाई दी और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में खनिकों के समर्पण की सराहना की। उन्होंने कल्याण और सीएसआर पहलों में कोल इंडिया के महत्वपूर्ण योगदान की भी सराहना की और विश्वास व्यक्त किया कि कंपनी आने वाले वर्षों में इस प्रतिबद्धता को बनाए रखेगी, साथ ही राष्ट्र को संधारणीय पहलों के साथ सक्रिय करने की अपनी आवश्यक भूमिका भी निभाएगी।
भारत सरकार के कोयला मंत्रालय के सचिव विक्रम देव दत्त ने सीआईएल के 50वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि कोल इंडिया उपलब्धियों की लंबी सूची के साथ अपने स्वर्ण जयंती वर्ष में कदम रख रही है। यह भारत के कोयला उत्पादन में अग्रणी रही है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कोल इंडिया देश के कुल कोयला उत्पादन का 78% उत्पादन करती है और दुनिया में कोयले का सबसे बड़ा उत्पादक होने का अनूठा गौरव रखती है। यह सीपीएसयू में सबसे बड़ा नियोक्ता भी है, जो बिजली क्षेत्र को शक्ति प्रदान करता है, बिजली क्षेत्र को कुल आपूर्ति का लगभग 77% अकेले सीआईएल द्वारा दिया जाता है। श्री दत्त ने आगे कहा कि कोल इंडिया इस प्रतिस्पर्धी परिदृश्य में अपनी परिचालन दक्षता और उत्पादन लागत में और सुधार करेगी, जबकि हरित पदचिह्न और अत्याधुनिक सुरक्षा प्रथाओं के साथ जिम्मेदार और संधारणीय खनन प्रथाओं का पालन करेगी।
सीआईएल के 50वें स्थापना दिवस समारोह के शाम के सत्र की शुरुआत सीआईएल के चेयरमैन पी.एम. प्रसाद के स्वागत भाषण से हुई। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कंपनी की वैज्ञानिक और टिकाऊ संचालन की समृद्ध विरासत के बारे में विस्तार से बात की। उन्होंने कहा कि कोल इंडिया का लक्ष्य वित्त वर्ष 2026-27 तक 1 बिलियन टन कोयला उत्पादन करना है, जिससे थर्मल कोयले के आयात में कमी आएगी। अगले दो से तीन दशकों तक बिजली उत्पादन में कोयले के निरंतर महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि कोल इंडिया प्रतिस्पर्धी कीमतों पर कोयले की आपूर्ति करता है, जिससे देश के लिए सस्ती बिजली सुनिश्चित होती है। श्री प्रसाद ने कोल इंडिया की विविधीकरण योजनाओं को भी रेखांकित किया, जिसमें थर्मल और सौर ऊर्जा उत्पादन, महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉकों का अधिग्रहण और कोयला गैसीकरण में उद्यम शामिल हैं। उन्होंने आगे कहा कि कोल इंडिया ने पिछले एक दशक में सीएसआर गतिविधियों में 5,500 करोड़ रुपये से अधिक का योगदान दिया है और पिछले पांच वर्षों में लगातार शीर्ष पांच लाभांश देने वाली कंपनियों में स्थान बनाया है।
केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान विभिन्न परिचालन क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन और दक्षता के लिए सीआईएल की सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली सहायक कंपनियों को कॉर्पोरेट पुरस्कार प्रदान किए। ईसीएल ने विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार प्राप्त किए, जैसे ‘सुरक्षा पर कॉर्पोरेट पुरस्कार’, ‘गुणवत्ता जागरूकता पर कॉर्पोरेट पुरस्कार’, ‘पुनर्वास और पुनर्स्थापन के लिए कॉर्पोरेट पुरस्कार’, ‘कर्मचारी कल्याण और कॉलोनी रखरखाव की सफाई के लिए कॉर्पोरेट पुरस्कार’ आदि। ईसीएल की ओर से ये पुरस्कार ईसीएल के सीएमडी समीरन दत्ता और ईसीएल के निदेशक (तकनीकी) निलाद्री रॉय के साथ-साथ संबंधित महाप्रबंधकों और विभागाध्यक्षों ने प्राप्त किए। इस कार्यक्रम के दौरान सीआईएल के स्वर्ण जयंती लोगो और मैस्काट “अंगारा” को लॉन्च किया गया मैस्काट ‘अंगारा’ भारत के राष्ट्रीय पशु रॉयल बंगाल टाइगर से प्रेरणा लेता है, जो शक्ति और लचीलेपन का प्रतीक है क्योंकि हमारे कोयला खनिक राष्ट्र की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अडिग दृढ़ संकल्प के साथ अद्वितीय साहस और समर्पण का प्रदर्शन करते हुए धरती की गहराइयों में साहसपूर्वक आगे बढ़ते हैं।
कोलकाता में आयोजित कार्यक्रम के दौरान ‘माइन क्लोजर पोर्टल’ भी लॉन्च किया गया। सीआईएल की सहायक कंपनी सीएमपीडीआई द्वारा विकसित यह पोर्टल माइन क्लोजर की गतिविधियों, समयसीमा और इन प्रक्रियाओं से जुड़े व्यय की निगरानी करने में मदद करेगा। यह पोर्टल सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) और निजी कंपनियों सहित भारत के कोयला क्षेत्र में माइन क्लोजर की गतिविधियों को शामिल करेगा। कोयला मंत्रालय और कोयला नियंत्रक संगठन (सीसीओ) भी इस पोर्टल के प्रमुख हितधारक हैं।
केंद्रीय कोयला और खान मंत्री ने मध्य प्रदेश के सिंगरौली में सीआईएल की सहायक कंपनी एनसीएल के निगाही क्षेत्र में 50 मेगावाट के ग्राउंड-माउंटेड सौर ऊर्जा संयंत्र का वर्चुअल उद्घाटन किया। यह कार्यक्रम कोलकाता में आयोजित सीआईएल के 50वें स्थापना दिवस समारोह का हिस्सा था। यह सौर ऊर्जा संयंत्र अपने पहले वर्ष में औसतन 94 मिलियन यूनिट बिजली पैदा करेगा, जिससे सालाना 78,000 टन से अधिक कार्बन उत्सर्जन कम करने में मदद मिलेगी।
समारोह के दौरान सीआईएल के महिला नेतृत्व कार्यक्रम ‘ज्योति’ का शुभारंभ किया गया। यह पांच महीने का कार्यक्रम लैंगिक समानता, विविधता और नेतृत्व उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो संगठन के भीतर उच्च भूमिकाओं के लिए महिला अधिकारियों को तैयार करेगा। यह भविष्य के लिए तैयार महिला अधिकारियों को आकार देगा, लैंगिक समावेशन को बढ़ावा देगा और परिवर्तनकारी नेतृत्व को प्रेरित करेगा।
सीआईएल के 50वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान ‘कोयला और लिग्नाइट अन्वेषण पर रणनीति रिपोर्ट’ जारी की गई। सीआईएल की आर एंड डी सहायक कंपनी सीएमपीडीआईएल द्वारा एनएलसीआईएल और एससीसीएल के सहयोग से तैयार की गई रिपोर्ट भारत में कोयला और लिग्नाइट संसाधनों की खोज और उपयोग के लिए सीआईएल की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। यह भविष्य की अन्वेषण आवश्यकताओं के लिए एक व्यापक रोडमैप प्रस्तुत करता है, आधुनिक अन्वेषण प्रौद्योगिकियों को अपनाने पर जोर देता है, कोयला और लिग्नाइट अन्वेषण के लिए एक वार्षिक रूपरेखा की रूपरेखा तैयार करता है और इन संसाधनों के सतत उपयोग के लिए नीति सुधारों की आवश्यकता है, जिसका उद्देश्य ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करना है।
इस अवसर पर जी. किशन रेड्डी, केंद्रीय कोयला और खान मंत्री विक्रम देव दत्त, सचिव, भारत सरकार, कोयला मंत्रालय, रूपिंदर बराड़, अतिरिक्त सचिव, भारत सरकार, कोयला मंत्रालय, विस्मिता तेज, अतिरिक्त सचिव, भारत सरकार, कोयला मंत्रालय, अध्यक्ष, कोल इंडिया लिमिटेड, पी.एम. प्रसाद, निदेशक (कार्मिक एवं औद्योगिक संबंध), विनय रंजन, निदेशक (व्यापार विकास), देबाशीष नंदा, निदेशक (विपणन), मुकेश चौधरी, निदेशक (वित्त) मुकेश अग्रवाल और मुख्य सतर्कता अधिकारी, ब्रजेश कुमार त्रिपाठी के साथ-साथ सीआईएल और सहायक कंपनियों के वरिष्ठ प्रबंधन उपस्थित थे।