आर्ट ऑफ लिविंग के जीवन कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ समापन
आसनसोल । आर्ट ऑफ़ लिविंग तथा पार्वती टीचर्स ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट द्वारा चांदा के राष्ट्रीय राजमार्ग दो के किनारे बने पार्वती टीचर्स ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट में आर्ट ऑफ़ लिविंग द्वारा जीवन कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें पार्वती टीचर्स ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट के विद्यार्थियों को जीवन जीने की कला के बारे में जानकारी प्रदान की गई। कार्यक्रम की शुरुआत 18 नवंबर से हुई थी। आर्ट ऑफ लिविंग की ट्रेनर रितिका पेरीवाल, विशाल पई और अभिषेक खेमका ने पार्वती टीचर्स ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट के बीएड डीएलएड के कुल 64 विद्यार्थियों को आर्ट ऑफ लिविंग के बारे में बताया। कार्यक्रम का लक्ष्य विद्यार्थियों के जीवन में खुशियां फैलाना उनके जीवन में जो चिंता और तनाव है। उससे उनको राहत देना और छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य के समग्र विकास को सुनिश्चित करना था। इस दौरान इन विद्यार्थियों को तनाव और भावनाओं विशेष कर परीक्षा तनाव से निपटने के लिए अपने मन को किस तरह से संयमित करें। अपने मन का किस तरह से प्रबंधन करें। इसके बारे में जानकारी दी गई। इसके साथ ही पारस्परिक संबंध इनमें सहानुभूति और मानवीय मूल्यों के बारे में समझाया गया। एकाग्रता आत्मविश्वास और प्रेरणा में किस तरह से सुधार लाया जाए। इसकी जानकारी दी गई। जिम्मेदारी पहल और नेतृत्व क्षमता को कैसे बढ़ाया जाए। इसके बारे में आर्ट ऑफ लिविंग के प्रशिक्षकों ने बताया विद्यार्थियों को समय प्रबंधन और टीमवर्क के बारे में बताया गया। इसके जरिए विद्यार्थियों में स्वस्थ आदतें और पर्यावरण के प्रति जागरूकता के बारे में बताया गया और सामाजिक उत्तरदायित्व तथा वैश्विक नागरिकता के बारे में समझाया गया। आत्म जागरूकता सकारात्मक दृष्टिकोण और व्यवहार के महत्व के बारे में भी विद्यार्थियों को समझाया गया। इन चार दिनों के आर्ट ऑफ लिविंग कार्यशाला के दौरान विद्यार्थियों को प्रभावी ढंग से सुनना संचार कौशल और निर्णय लेने की क्षमता को कैसे बढ़ाया जाए। इस पर भी उन्हें जागरूक किया गया। कार्यक्रम में पार्वती टीचर्स ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर सचिन राय सहित शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित थे।