बैशाखी की मांग में शोभन ने लगाया सिंदूर, ससुर ने विरोध जताई
कोलकाता । बंगाल के पूर्व मंत्री शोभन चटर्जी द्वारा विजयदशमी के दिन सिंदूर खेला के दौरान अपनी महिला मित्र बैशाखी बंद्योपाध्याय की मांग में सिंदूर लगाने पर उनके ससुर दुलाल दास ने विरोध जाहिर की है। उन्होंने कहा कि किसी की मांग में सिंदूर लगा देने से ही क्या शादी हो जाती है? क्या वे पति-पत्नी हो गए हैं?’ उन्होंने आगे कहा-‘उन दोनों ने जो कदम उठाया है, उसे लेकर जो भी करना है, वह मेरी बेटी रत्ना चट्टोपाध्याय तय करेगी। उसे किसी की सलाह की जरूरत नहीं है। गौरतलब है कि एक निजी टीवी चैनल की ओर से आयोजित किए गए सिंदूर खेला कार्यक्रम के दौरान शोभन ने बैशाखी की मांग में सिंदूर लगाया था। इसे लेकर रत्ना ने कहा-‘शोभन-बैशाखी जो मर्जी, वह कर रहे हैं लेकिन वे भूल गए हैं कि इस देश में अभी भी कानून है। शोभन अभी भी कानूनन मेरे पति हैं। दुर्गा प्रतिमा के पीछे एक बांस होता है। कानूनन जो भी करना होगा, वह मैं करूंगी।’ रत्ना ने आगे कहा-‘ दुर्गापूजा तो दूर की बात है। शोभन अपने बेटे-बेटी को उनके जन्मदिन पर भी शुभकामनाएं नहीं देते।’
बैशाखी ने कहा, शोभन ने हमारी मांग में सिंदूर लगाकर रिश्ते को स्वीकारा
दूसरी ओर, बैशाखी ने कहा-‘बहुत से लोग बहुत सी बातें कर रहे हैं। कुछ लोगों ने सोचा था कि शोभन हमारे रिश्ते को स्वीकृति प्रदान नहीं करेंगे, लेकिन आज उन्होंने मेरी मांग में सिंदूर लगाकर वास्तव में इसे स्वीकृति प्रदान की हो। इस बार की विजयदशमी मेरे लिए वाकई बेहद यादगार हो गई है।’ बैशाखी ने अपने फेसबुक अकाउंट पर भी विजयदशमी की ये तस्वीरें पोस्ट की हैं। बैशाखी ने कुछ दिन पहले शोभन के बेहला स्थित मकान को खरीद कर रत्ना चटर्जी को वहां से हट जाने को कहा था।