राम नाम की नैया लेकर सत गुरु करे पुकार आ बैठ जा मेरी नैया में मैं ले चालू भव सागर के पार
आसनसोल । जीटी रोड बड़ा पोस्ट ऑफिस के पास महाबीर स्थान मंदिर परिसर में मुख्य यजमान अरुण साव एवं समस्त साव परिवार और आसनसोल महाबीर स्थान सेवा समिति के सहयोग से सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन जर भरत कथा, राजा बाली का कथा,नाम महिमा और वामन भगवान का अवतार पर कथा हुई। स्वामी आत्म प्रकाश जी महाराज ने कथा में कहा कि गुरु की कृपया जिस पर होती है, उसे कभी कष्ट नहीं होता। गंगा में स्नान कर कमंडल में जितना जगह होता है। उतना ही उसमें जल भरता है। उसी प्रकार जितनी गुरु भक्ति होती है उतनी ही तुम्हें भक्ति और मस्ती मिलेगी। भागवत कथा करने में जितनी खर्च होती है। काम काज से व्यापार से जितना समय का नुकसान होता है। उसे ज्यादा भगवान किसी न किसी रूप में दे देते हैं। यज्ञ तीर्थ करने से समय से फल की प्राप्ति होती है। वहीं साधु संत महात्मा की सेवा करने से संग संग फल की प्राप्ति होती है। भगवान के भक्तों से जो छल कपट करता है। उसका बड़ा अनहित होता है। इसलिए कभी किसी से छल कपट नहीं करनी चाहिए। कभी कभी भगवान को भी भक्तों के घर मांगने जाना पड़ता है। ऐसी भक्ति में शक्ति होनी चाहिए। मौके पर आसनसोल महाबीर स्थान सेवा समिति के सचिव अरुण शर्मा, यजमान अरुण साव सहित उनका परिवार, बालकिशन मुरारका, मोहन भाई पटेल, केशव भाई पटेल सहित पटेल परिवार, निरंजन पंडित, कृष्णा पंडित, श्याम सुंदर पंडित, महेश शर्मा, राजकुमार शर्मा, डॉ जेके सिंह, प्रेमचंद केशरी, मुकेश पहचान, बासुदेव शर्मा, सज्जन जालुका, सुनीता केडिया, पानागढ़ पटेल परिवार, बिमला गुप्ता, रानी भगत, मनीष भगत, अभिषेक वर्मन, प्रकाश अग्रवाल, अक्षय शर्मा, रौनक जालान सहित सैंकड़ों महिलाएं व पुरुष भक्त उपस्थित थे।