गंधर्व कला संगम का 9 जनवरी को वर्कशॉप कम एनुअल कल्चरल मीट का होगा आयोजन
आसनसोल । गंधर्व कला संगम की तरफ से मंगलवार आसनसोल के आश्रम मोड़ स्थित पार्वती होटल में प्रेस मीट का आयोजन किया गया। मौके पर गंधर्व कला संगम के आसनसोल शाखा के अध्यक्ष सचिन राय, सचिव मनोज साहा, गंधर्व कला संगम की चेयरपर्सन शाश्वती चटर्जी, अस्सिटेंट सेक्रेट्री लक्ष्मी सरकार उपस्थित थे। सचिन राय ने कहा कि हर साल की तरह इस साल भी गंधर्व कला संगम की तरफ से आगामी 9 जनवरी को रवींद्र भवन में शाम 5 बजे से वर्कशॉप कम एनुअल कल्चरल मीट 2024 – 2025 का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके जरिए बंगाल और खासकर राढ़ बंगाल की सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करने की कोशिश की जाएगी। उन्होंने कहा कि यहां पर पश्चिम बर्दवान जिले के अलावा बांकुड़ा, पुरुलिया, बीरभूम जैसे अन्य जिलों से भी 100 के करीब कलाकार हिस्सा लेंगे और बंगाल की धरोहर से संबंधित सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश करेंगे। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य बंगाल की धरोहर को सबके सामने उजागर करना है और जिन प्रतिभाशाली कलाकारों को मंच प्राप्त नहीं होता है। उन्हें एक मंच प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि बंगाल की धरती पर संस्कृति और कला की कोई कमी नहीं है। आवश्यकता है तो बस उन्हें एक मंच प्रदान करने की और गंधर्व कला संगम इस कार्यक्रम के जरिए। यही कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि इन प्रतिभाशाली कलाकारों के अलावा 9 जनवरी को बंगाल की प्रख्यात कलाकार श्रीराधा बनर्जी भी अपनी पेशकश प्रस्तुत करेंगी। उन्होंने कहा कि यह एक सुनहरा मौका है। जब बंगाल की धरोहर से संबंधित कला को लोग निहार सकेंगे। उसका आनंद उठा सकेंगे। इसलिए उन्होंने सभी से अनुरोध किया कि 9 जनवरी शाम 5 बजे से रवींद्र भवन में आयोजित होने वाले इस वर्कशॉप कम एनुअल कल्चरल मीट में जरूर उपस्थित रहें। वहीं संगठन की चेयरपर्सन शाश्वती चटर्जी ने कहा कि गंधर्व कला संगम हमेशा संस्कृति को बढ़ावा देने की कोशिश करता है। खासकर समाज के उस वर्ग में मौजूद प्रतिभाओं को एक मंच प्रदान करने की कोशिश करता है, जिनको आसानी से वह अवसर प्राप्त नहीं होता। उन्होंने कहा कि हमारे आदिवासी समाज के बच्चों में काफी प्रतिभा है और इस कार्यक्रम के जरिए और सब प्रतिभा को निखारने की कोशिश की जा रही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गंधर्व कला संगम की तरफ से पिछले 10 वर्षों से आदिवासी समाज के प्रतिभाशाली बच्चों को आर्थिक रूप से सहायता पहुंचाई जा रही है।
ताकि वह पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ अपने अन्य प्रतिभाओं को भी विकसित कर सकें। उन्होंने कहा कि एक समाज तभी विकसित हो सकता है। जब उस समाज में रहने वाले सभी को अपनी प्रतिभा को सर्वोच्च स्तर पर विकसित करने का अवसर मिले और गंधर्व कला संगम संस्कृति के क्षेत्र में यही काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि 9 जनवरी को जो कार्यक्रम होने वाला है। उसमें बंगाल की संस्कृति को दर्शाने के अलावा भारत के राजस्थान और नागालैंड के संस्कृति का भी प्रदर्शन किया जाएगा। इन दो राज्यों की सांस्कृतिक धरोहर को सबके सामने पेश किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज के समाज में महिलाएं किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है महिला सशक्तिकरण के इस अध्याय को दिखाने के लिए दुर्गा वंदना का भी मंचन किया जाएगा। वहीं लक्ष्मी सरकार ने कहा कि गंधर्व कला संगम की तरफ से चार और पांच तारीख को एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया था। जहां नृत्य गुरुओं द्वारा मणिपुरी और भरतनाट्यम का प्रशिक्षण दिया गया था। कुल 30 कलाकारों को यह प्रशिक्षण दिया गया था उन्होंने कहा कि 9 जनवरी को रवींद्र भवन में जो कार्यक्रम होने वाला है। उसमें यह 30 कलाकार भी प्रदर्शन करेंगे। प्रेस मीट में उपस्थित सभी ने 9 जनवरी को शाम 5 बजे से रविंद्र भवन में होने वाले गंधर्व कला संगम द्वारा आयोजित वर्कशॉप कम एनुअल कल्चरल मीट 2024 – 25 में सबको उपस्थित रहने का अनुरोध किया।