ईसीएल के मानव संसाधन विकास विभाग में एआई-संचालित खनन पर प्रशिक्षण और विचार-मंथन किया गया आयोजित
कुल्टी । ईसीएल में “त्वरित डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और एआई-संचालित खनन” पर प्रशिक्षण और विचार-मंथन सत्र का आयोजन ईसीएल के मानव संसाधन विकास विभाग द्वारा शुक्रवार को किया गया। सत्र के मुख्य वक्ता के रूप में मो. अब्दुल कलाम पधारे थे, जो की पूर्व में ईसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक तथा एमसीएल व कोल इंडिया के निदेशक (तकनीकी) रह चुके हैं। वर्तमान में वे वर्ल्ड कन्फेडरेशन ऑफ प्रोडक्टिविटी साइंस के अध्यक्ष और निदेशक, रूंगटा इरिगेशन लिमिटेड के स्वतंत्र गैर-कार्यकारी निदेशक और रीवाइव पॉलिसी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक हैं। सत्र के दौरान, उद्योग के साथ उनका लंबा जुड़ाव उनके विचार-विमर्श में स्पष्ट रूप से दिखाई दिया, जिससे सत्र में मौजूद अधिकारियों को मूल्यवान मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। इस कार्यक्रम में ईसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक सतीश झा, निदेशक (वित्त) मोहम्मद अंजार आलम और निदेशक (कार्मिक) गुंजन कुमार सिन्हा के साथ सभी विभागाध्यक्षों की उपस्थिति रही, जिन्होंने विस्तार से चर्चा में भाग लिया, जिसमें एआई पॉवर्ड माइन प्लानिंग एण्ड ऑपटिमाइज़ेशन, आईओटी इनबिल्ट इक्विपमेंट एण्ड फ्लीट मैनेजमेन्ट, एआई बेस्ड सेफ्टी एण्ड सरविलांस सिस्टम, सेंट्रलाइज्ड डिजिटल कमांड एण्ड कंट्रोल सेंटर (सीसीसी), रीमोट कंट्रोल्ड एंड ऑटोनॉमस आपरेशन, एआई बेस्ड ईन्टीग्रेटेड लाजिस्टिक्स कंट्रोल टावर, आरएफआईडी, जीपीएस बेस्ड कोल ट्रैकिंग आदि जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। ईसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक सतीश झा ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए निविदा दस्तावेजों का मसौदा तैयार करते समय अंतर-विभागीय समन्वय और सटीकता के साथ परिशुद्धता पर ध्यान केंद्रित करने का सुझाव दिया। निदेशक (वित्त) मो. अंजार आलम ने अन्य विषयों के अलावा क्रय मूल्य के घटाव-बढ़ाव की स्वीकार्यता के बारे में विस्तार से चर्चा की और निदेशक (कार्मिक) गुंजन कुमार सिन्हा ने निरंतर प्रक्रिया सुधार के बारे में बात की। विभागाध्यक्षों ने मुख्य वक्ता और ईसीएल के शीर्ष प्रबंधन के सदस्यों के साथ बातचीत करने के इस अवसर के लिए अपनी प्रशंसा व्यक्त की और वे सत्र के सुझावों एवं सलाहों को अपने काम में लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।